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आखिर क्या होगा इनका …..! उम्र का असर, आर्थिक रूप से भी कमजोर

locationकोटाPublished: Jun 25, 2020 10:53:16 pm

Submitted by:

Hemant Sharma

कोटा. आंगनबाड़ी कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं को लेकर गुरुवार को राजस्थान आंगनबाड़ी महिला कर्मचारी संघ की प्रदेश अध्यक्ष शाहिदा खान के नेतृत्व जिला कलक्टर के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री, यूडीएच मंत्री व महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री के नाम ज्ञापन दिया।
 

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आखिर क्या होगा इनका …..! उम्र का असर, आर्थिक रूप से भी कमजोर

कोटा. आंगनबाड़ी कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं को लेकर गुरुवार को राजस्थान आंगनबाड़ी महिला कर्मचारी संघ की प्रदेश अध्यक्ष शाहिदा खान के नेतृत्व जिला कलक्टर के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री, यूडीएच मंत्री व महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री के नाम ज्ञापन दिया।
ज्ञापन में प्रदेश अध्यक्ष शाहिदा खान ने आंगनबाड़ी कर्मचारियों की समस्याओं से अवगत करवाया। शाहिदा ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को 60 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर मानदेय सेवा से पृथक किया जा रहा है। कार्य करने में सक्षम होने के बावूजद 2 वर्ष की सेवा अवधि नहीं बढ़ाई जा रही है। इससे कर्मचारी परेशान हैं।
निदेशक,समेकित बाल विकास सेवाएं राजस्थान जयपुर के आदेश के अनुसार 2018 में गठित कमेटी के माध्यम से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं द्वारा 60 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर कार्य करने में सक्षम होने पर 2 वर्ष की मानदेय सेवा अवधि बढ़ाने के लिए निर्देशित किया गया था। इसके बावजूद कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को 60 वर्ष की आयु होने पर मानदेय से पृथक किया जा रहा है।

शाहिदा ने बताया कि ये कर्मचारी अल्प मानदेयकर्मी है। कई महिलाओं के उपर तो पूरे परिवार के भरण पोषण की जिम्मेदारी है।इस उम्र में वह शारीरिक श्रम का कार्य करने में भी सक्षम नहीं है। एेसी स्थिति में इनका मानदेय दो वर्ष तक और बढ़ाया जाए।
इस मामले में पूर्व में महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक को अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन मांग पर कोई विचार नहीं हुआ। प्रतिनिधि मंडल में प्रदेशाध्यक्ष शाहिदा खान, मंजू राजावत, किरन कुशवाह, मिथलेश राजावत मुख्य रूप से उपस्थित थी।

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