राजकीय आवासीय विद्यालय में संचालित जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग छात्रावास के वार्डन मुख्तार अली डायर ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 10.30 बजे प्रधानाचार्य रामगोपाल मीणा, व्याख्याता कोमल मीणा, छात्रावास का रसोईया रामबाबू और उनके साथी उनके विद्यालय परिसर स्थित आवास पर लाठी लेकर आए। वहां हंगामा किया।
इस पर वार्डन ने अपनी शिक्षक पत्नी रिजवाना को मोबाइल पर इस बारे में सूचना दी।
वे राजकीय आवासीय विद्यालय के व्याख्याता सौरभ परिहार को लेकर डायर के पास उनके कक्ष में पहुंची। इसी दौरान प्रधानाचार्य सहित उनके साथियों ने डायर को घेरकर मारपीट शुरू कर दी। व्याख्याता परिहार बीच बचाव करने लगे तो गुस्से में प्रधानाचार्य ने हाथ का पंजा मुंह से चबा दिया। इसी दौरान शोरगुल की आवाज सुनकर छात्रावास के बच्चे दौड़ कर घटनास्थल पर आए। इन्हें देखकर प्रधानाचार्य और उनके साथी भाग गए। वार्डन ने समझा-बुझाकर बच्चों को वापस छात्रावास लौटाया और देर रात थाने में जाकर मामला दर्ज कराया। पुलिस ने व्याख्याता और वार्डन की रिपोर्ट पर प्रधानाचार्य और उनके साथियों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया।
छात्रों ने किया प्रदर्शन
शनिवार को छात्रावास के बच्चे विद्यालय के गेट पर एकत्र हो गए और प्रधानाचार्य के खिलाफ प्रदर्शन किया। बच्चों को कुछ लोगों ने समझाइश का प्रयास किया फिर भी वे नहीं माने और छात्रावास के गेट के बाहर धरने पर बैठ गए।
शनिवार को छात्रावास के बच्चे विद्यालय के गेट पर एकत्र हो गए और प्रधानाचार्य के खिलाफ प्रदर्शन किया। बच्चों को कुछ लोगों ने समझाइश का प्रयास किया फिर भी वे नहीं माने और छात्रावास के गेट के बाहर धरने पर बैठ गए।
अधिकारी मौके पर पहुंचे
सूचना पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीनिधि बीटी और उपखंड अधिकारी सुरेशचंद हरसोलिया मौके पर पहुंचे। उन्हें प्रदर्शनकारियों ने समूचे घटनाक्रम से अवगत कराया और प्रधानाचार्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। छात्रों का आरोप है कि आए दिन पार्टी की जाती है, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। अधिकारियों ने कहा कि उनमें से कुछ बच्चों के बयान लिए जाएंगे और इन बयानों के आधार पर प्रधानाचार्य और उनके साथी के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। समझाने के बाद सभी बच्चे वापस छात्रावास लौट गए।
आए दिन होती है शराब पार्टियां।
विद्यालय स्टाफ के सदस्यों ने अधिकारियों को बताया कि विद्यालय परिसर में रात में आए दिन पार्टियां होती हैं। उधर राजकीय आवासीय विद्यालय के प्रधानाचार्य रामगोपाल मीणा से मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
मामले की जांच कर रहे
घटनाक्रम की विभागीय स्तर पर उपखंड अधिकारी जांच कर रहे हैं। इसमें पीडि़त पक्ष, प्रधानाचार्य और बच्चों के बयान लिए हैं। इसके आधार पर मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषी व्यक्ति के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। घटना से जुड़े अधिकारी और कर्मचारियों का मेडिकल मुआयना कराया है। इससे भी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
– श्रीनिधि बीटी सीईओ, जिला परिषद झालावाड़
राजकीय आवासीय विद्यालय के व्याख्याता सौरभ परिहार व वार्डन मुख्तार अली डायर ने घटना का मामला दर्ज कराया है, जिसकी जांच की जा रही है।
– जितेंद्र सिंह शेखावत, थानाधिकारी