
कोटा में करीब 30 हजार विद्यार्थी देशभर से इंजीनिरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए पहुंच चुके हैं।
कोटा. राजस्थान में कोविड संक्रमण के चलते करीब 9 माह से बंद स्कूल, कोचिंग और कॉलेज इसी माह फिर से शुरू होंगे। कक्षा 8 तक के विद्यार्थी अभी स्कूल नहीं जा सकेंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 18 जनवरी 2021 से कक्षा 9 से 12 तक की कक्षाओं के लिए स्कूल खोलने का ऐलान कर दिया है। स्कूल, कॉलेज और कोचिंग 18 जनवरी से खुलेंगे। कोटा में करीब 30 हजार विद्यार्थी देशभर से (kota coaching) इंजीनिरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए पहुंच चुके हैं। इसके साथ ही लगातार विद्यार्थियों को कोटा आना जारी। वहीं वैक्सीनेशन की प्रक्रिया के कारण मेडिकल कॉलेज, डेन्टल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज एवं पैरामेडिकल कॉलेज 11 जनवरी से खोलने के भी निर्देश दिए।
इन सभी शिक्षण संस्थानों में प्रत्येक कक्षा में क्षमता की 50 प्रतिशत उपस्थिति प्रथम दिन तथा शेष 50 प्रतिशत उपस्थिति दूसरे दिन रहेगी। शिक्षकों को संक्रमण की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग जरूरी प्रशिक्षण देगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी संस्थानों में सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क सहित अन्य हैल्थ प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाए तथा इनका संचालन केन्द्र के दिशा-निर्देशों एवं एसओपी के तहत किया जाएगा।
शिक्षण संस्थाएं खोलने की घोषणा के साथ मुख्यमंत्री ने ये भी कहा, देश और प्रदेश में कोविड-19 के नए स्ट्रेन के मामले सामने आना चिंता का विषय है। इसके प्रति किसी भी तरह की लापरवाही बड़ा संकट खड़ा कर सकती है। इसे देखते हुए इस वायरस से अत्यधिक प्रभावित इंग्लैण्ड सहित अन्य देशों से प्रदेश में आए यात्रियों पर विशेष नजर रखी जाए। इन यात्रियों का कोविड टेस्ट एवं सघन स्क्रीनिंग की जाए।
उन्होंने कहा कि नए स्ट्रेन के कारण इंग्लैण्ड में जिस तरह की भयावह स्थिति पैदा हो गई है और वहां फिर लॉकडाउन लगाना पड़ा है। उससे सबक लेते हुए हमें विशेष एहतियात बरतने की आवश्यकता है।
उधर, एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक नवीन माहेश्वरी ने कहा, राज्य सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं। विद्यार्थियों का स्वास्थ्य और सुरक्षा हमारे लिए सदैव प्राथमिकता रही है। प्रयास रहेगा कि सरकार की कोविड गाइडलाइन की पालना करते हुए पढ़ाई करवाई जाए। पूर्णत: स्वस्थ वातावरण देने का प्रयास होगा। सरकार के सहयोग और अभिभावकों के विश्वास से विद्यार्थियों के सपने पूरे करने के प्रयास होंगे।
कोरोनाकाल में मजबूत हुई कोटा की साख
कोविड टाइम में कोटा (kota coaching) की छवि और अधिक मजबूत हुई है क्योंकि पूरे देश में कोटा ही एकमात्र ऐसा शहर था जहां स्टूडेंट्स की अभूतपूर्व केयर की गई। कोविड के दौरान कोटा से 58 हजार स्टूडेंट्स को सकुशल उनके घरों तक भेजा गया। इसमें कोटा के कोचिंग संस्थानों के साथ-साथ यहां के जिला प्रशासन, राज्य सरकार और केन्द्र सरकार तक का सहयोग रहा। यही नहीं यह भी एक कीर्तिमान ही रहा कि कोटा से ही कोविड टाइम में पहली बार ट्रेन की सुविधा स्टूडेंट्स के लिए शुरू की गई। कोटा से झारखंड और बिहार के लिए ट्रेनों से हजारों स्टूडेंट्स को भेजा गया।
स्वागत के लिए तैयार
कोटा एक बार फिर स्टूडेंट्स के स्वागत के लिए तैयार है। यहां स्टूडेंट्स व पेरेन्ट्स आने लगे हैं। कोचिंग संस्थानों में प्रवेश शुरू हो चुके हैं। कोटा स्टूडेंट्स का स्वागत करने के लिए कोटा तैयार है जो आईआईटीयन या डॉक्टर बनने का सपना लिए कोटा आने लगे हैं। रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड या शहर के होटल, लगभग सभी जगह इन दिनों पेरेन्ट्स व स्टूडेंट्स देखने को मिल रहे हैं।
कोटा में हर सुविधा मौजूद
कोटा में हर वो सुविधा है जो एक स्टूडेंट को चाहिए। इसकी वजह से अभिभावक भी निश्चिंत होकर यहां छोड़ जाते हैं। सभी कोचिंग संस्थानों से मात्र एक किलोमीटर के दायरे में सुख-सुविधायुक्त हॉस्टल्स, पीजी, शॉपिंग मॉल, मैस, विभिन्न तरह के रेस्टोरेंट्स, हॉटल की सुविधाएं उपलब्ध है। यहां आने वाले कई स्टूडेंट्स के साथ उनकी माताएं भी रहती है। ऐसे में उनके लिए यहां अपार्टमेंट भी हैं।
फैक्ट फाइल
8 हजार एक्सपटर््फैकल्टीज हैं कोटा में
10 बड़े कोचिंग संस्थान
50 छोटे कोचिंग संस्थान
20 हजार से अधिक स्टूडेंट्स हैं वर्तमान में कोटा में
Published on:
06 Jan 2021 08:56 am
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