विभाग का यह है तर्क
योजना के तहत गोपालन विभाग की ओर से तय गाइड लाइन की पालना करते हुए 13 में से 6 आवेदन स्वीकृत किए गए थे। इनमें जिला स्तरीय समिति ने 3 आवेदकों का चयन किया था। इनमें एससी वर्ग से संतोष मेघवाल का एक ही आवेदन होने से उसे मंजूर मिली थी। जबकि शेष 3 आवेदकों को नियमानुसार वेटिंग में रखा गया था। इससे प्रथम तीन आवेदकों मे से किसी एक का आवेदन निरस्त होने पर वेटिंग के अनुसार अन्य आवेदक का चयन किया जा सके।
योजना के तहत गोपालन विभाग की ओर से तय गाइड लाइन की पालना करते हुए 13 में से 6 आवेदन स्वीकृत किए गए थे। इनमें जिला स्तरीय समिति ने 3 आवेदकों का चयन किया था। इनमें एससी वर्ग से संतोष मेघवाल का एक ही आवेदन होने से उसे मंजूर मिली थी। जबकि शेष 3 आवेदकों को नियमानुसार वेटिंग में रखा गया था। इससे प्रथम तीन आवेदकों मे से किसी एक का आवेदन निरस्त होने पर वेटिंग के अनुसार अन्य आवेदक का चयन किया जा सके।
योजना का यह लाभ मिलता है
इस योजना में 36 लाख रुपए स्वीकृत किए जाते हैं। इनमें 11 लाख रुपए बैंक अनुदान के रूप में उपलब्ध कराता है। यह अनुदान राशि शेष देय राशि 25 लाख रुपए तीन साल की अवधि में निर्धारित ब्याज समेत पूरी जमा कराने के बाद ही लाभार्थी के खाते में स्थानांतरित की जाती है।
इस योजना में 36 लाख रुपए स्वीकृत किए जाते हैं। इनमें 11 लाख रुपए बैंक अनुदान के रूप में उपलब्ध कराता है। यह अनुदान राशि शेष देय राशि 25 लाख रुपए तीन साल की अवधि में निर्धारित ब्याज समेत पूरी जमा कराने के बाद ही लाभार्थी के खाते में स्थानांतरित की जाती है।
विधायक ने बंद किया फोन
इस बारे में विधायक पानाचंद मेघवाल का पक्ष लेने के लिए उनसे संपर्क किया, लेकिन पहले उनका फोन बंद आने के कारण बात नहीं हो पाई। जब दोबारा प्रयास किया तो उन्होंने कॉल का रिसीव नहीं किया।
इस बारे में विधायक पानाचंद मेघवाल का पक्ष लेने के लिए उनसे संपर्क किया, लेकिन पहले उनका फोन बंद आने के कारण बात नहीं हो पाई। जब दोबारा प्रयास किया तो उन्होंने कॉल का रिसीव नहीं किया।
जो आवेदन जिला गोपालन समिति को मिले थे। इनमें एससी वर्ग का एक ही आवेदन होने से उसे स्वीकृत किया गया है। यह प्रकिया नियमानुसार पूर्ण की गई है।
डॉ. हरिबल्लभ मीणा, संयुक्त निदेशक, पशुपालन
डॉ. हरिबल्लभ मीणा, संयुक्त निदेशक, पशुपालन