पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान अजहरुद्दीन गुरुवार को रजवाड़ा क्रिकेट लीग (आरसीएल) के फाइनल मुकाबले में शामिल खिलाडिय़ों का उत्साहवर्धन करने कोटा आए थे। मीडिया से रूबरू होते हुए उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग के फॉर्मेट पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब पूरा खेल देश में हो रहा है तो विदेशी खिलाडिय़ों को तवज्जो क्यों दी जा रही है। जबकि विदेशों में होने वाली किसी भी लीग में भारतीय खिलाडिय़ों को मौका नहीं दिया जाता। इसलिए बीसीसीआई खेल का फॉर्मेट बदले और ज्यादा से ज्यादा भारतीय खिलाडिय़ों को खेलने का मौका दे।
सजा काट चुके खिलाडिय़ों के मिले मौका अजहरुद्दीन फिक्सिंग के मामले में भी खुलकर बोले। उन्होंने कहा कि मैदान पर सौ टेस्ट खेलने का रिकॉर्ड बनाना चाहता था, लेकिन मैच फिक्सिंग के आरोपों को झुठलाने में ही 12 साल का बेशकीमती वक्त जाया हो गया। अब लगता है कि मुकदमा जीतना 100 टेस्ट खेलने के बिल्कुल भी कम नहीं है। उन्होंने सजा पूरी कर चुके खिलाडिय़ों को फिर से मौका देने की भी बात कही। लोढ़ा कमेटी खेल को सुधारने के लिए अच्छे फैसले ले रही है, हो सकता है इस बारे में भी कुछ तय हो जाए।
राजनीति भी चमकाई उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीत चुके अजहरुद्दीन राजनीतिक बयान देने से भी नहीं चूके। उन्होंने नोटबंदी को मोदी सरकार का सबसे बुरा फैसला बताया। साथ ही यूपी में अखिलेश और राहुल के नेतृत्व में सरकार बनने की भी भविष्यवाणी कर दी। कोटा के कोचिंग छात्रों को संदेश दिया कि एक ही क्षेत्र में बार बार सफलता नहीं मिलती। किसी एक चीज में फेल हो जाएं तो एेसा नहीं आपके पास अन्य ऑप्शन नहीं है। बच्चों को खेल में भी आगे बढऩा चाहिए।