एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि रोजगार की आस में प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में विद्यार्थी बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित होते हैं। जो महंगी कोचिंग में पढ़कर एमबीबीएस की तैयारी नहीं कर सकते। वे सभी बीएससी नर्सिंग को जीविकोपार्जन के लिए एक उपयुक्त विकल्प मानते हैं, लेकिन बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए एक ठोस प्रवेश नीति के अभाव में बेहद परेशान होते हैं। बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश जिप्मेर पुडुचेरी की भांति नीट यूजी के परिणाम के आधार पर देना चाहिए।