कुवारों के लिए खास खबर,देव गुरु बृहस्पति 4 को अपनी राशि में आ बैठेंगे,शादी विवाह के भरपूर योग बाल कल्याण समिति सदस्य विमल जैन ने बताया कि बरेली के जोगीनाबाद निवासी 13 वर्षीय बालक जिसके माता-पिता नहीं है व उसकी बहन भी उसे नहीं रखना चाहती थी। ऐसे में वह करीब तीन माह पहले काम की तलाश में उसके दोस्त के साथ सूरत चला गया, जहां एक होटल मालिक ने उसे बंदी बना लिया और काम के बदले बंधुआ मजदूर की तरह केवल खाना दे रहा था। चाहने के बाद भी होटल मालिक उसे जाने नहीं दे रहा था। इस पर एक दिन वह मौका देखकर भाग निकला और उसके गांव के लिए ट्रेन में बैठ गया। ऐसे में उसके कपड़े और सारे सामान वहीं पर रह गए। कोटा स्टेशन पर उत्कर्ष संस्थान के आउटरीज वर्कर नरेश कुमार मीणा ने उसे रेलवे स्टेशन से पकड़ा और शुक्रवार को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया। जहां बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष कनीज फातिमा, सदस्य अरूण भार्गव, आबिद अब्बासी, मधुबाला शर्मा, विमल जैन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संस्था को सूरत के होटल व उसके मालिक के बारे में वहां की पुलिस एवं बाल कल्याण समिति को सूचित कर होटल मालिक पर कड़ी कार्रवाई करवाने, बालक की पढ़ाई में रूचि देखते हुए उसे बरेली बालकल्याण समिति को भिजवाने व उसकी पढ़ाई को आगे जारी रखने की अनुशंसा की।
मां को सौंपा रेस्क्यू किया गया बालक
इसके अलावा एक अन्य मामले में 2013 मे बालश्रम करते हुए खंड गांवडी से पकड़े गए बालक को उसके नियोक्ता से पढाई के लिए फीस एवं किताबों की व्यवस्था करवाई गई थी और आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए 2 हजार रुपए एनएससी बनवाई थी। वह बालक वर्तमान में कक्षा दसवीं में पढ़ रहा है। बालक और उसकी मां को एनएससी परिपक्वता की अवधि पूरी होने पर राशि सुपुर्द की गई एवं मां को वह बच्चे की आगे की पढ़ाई जारी रखने के निर्देश दिए।
इसके अलावा एक अन्य मामले में 2013 मे बालश्रम करते हुए खंड गांवडी से पकड़े गए बालक को उसके नियोक्ता से पढाई के लिए फीस एवं किताबों की व्यवस्था करवाई गई थी और आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए 2 हजार रुपए एनएससी बनवाई थी। वह बालक वर्तमान में कक्षा दसवीं में पढ़ रहा है। बालक और उसकी मां को एनएससी परिपक्वता की अवधि पूरी होने पर राशि सुपुर्द की गई एवं मां को वह बच्चे की आगे की पढ़ाई जारी रखने के निर्देश दिए।
आधा दर्जन बच्चों को करवाया बालश्रम से मुक्त
बाल कल्याण समिति सदस्य विमल जैन ने बताया कि शुक्रवार को 4 बच्चों को उद्योग नगर थाने से बालश्रम से मुक्त करवाया गया। इसके अलावा 2 बालको को कैथून पुलिस द्वारा फर्नीचर व बाइक की दुकान पर कार्य करते हुए बालश्रम से मुक्त करवाया गया। उनको उत्कर्ष संस्थान मे भिजवाया गया
बाल कल्याण समिति सदस्य विमल जैन ने बताया कि शुक्रवार को 4 बच्चों को उद्योग नगर थाने से बालश्रम से मुक्त करवाया गया। इसके अलावा 2 बालको को कैथून पुलिस द्वारा फर्नीचर व बाइक की दुकान पर कार्य करते हुए बालश्रम से मुक्त करवाया गया। उनको उत्कर्ष संस्थान मे भिजवाया गया