बूंदी पुलिस को इस कदर सताया बाहुबली विधायक का खौफ कि हत्या के आरोपित की गिरेबां पकडऩे में कांप गया हाथ
बंशीलाल की मासूम बेटी सिमरन ने बताया कि पुलिस का यही रवैया रहा तो लोगों का कानून से भरोसा उठ जाएगा। पिता को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वालों की गिरफ्तार ही नहीं बल्कि उन्हें सख्त सजा भी मिले इससे फिर किसी बच्चे के सिर से उसके बाप का साया नहीं हटे।जयपुर में मां-बेटी ने दलाल बन कर डाली हैवानियत की सारी हदें पार, बूंदी टीम ने दबौचा
प्राप्त जानकारी के अनुसार बंशीलाल की 21 मई को कोटा के चिकित्सालय में मौत हो गई थी। उसने 19 मई को कोटा सरस डेयरी अध्यक्ष श्रीलाल गुंजल, सुपरवाइजर प्रभुलाल गोचर व आरपी गोपाल गुर्जर से तंग आकर जहर खा लिया था। बंशीलाल ने सुसाइड नोट में अपनी सारी पीड़ा भी उजागर की है। तालेड़ा थाना पुलिस ने तीनों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला भी दर्ज कर रखा है, लेकिन अब दबाव में आकर पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर रही।
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पहाड़ सी जिन्दगी कैसे कटेगी बंशीलाल की पत्नी 35 वर्षीय संजू की माने तो इस पहाड़ सी जिन्दगी को काटने के लिए अब उसके पास कोई सहारा नहीं बचा। दो बच्चों का पेट कैसे पालेंगी यह सोचकर बार-बार आंखें भर रही है। संजू का कहना है कि पुलिस उनकी मदद करती तो शायद यह नौबत नहीं आती। 18 मई को डेयरी और गांव में आकर खूब धमकाया, लेकिन पुलिस ने उनकी कोई मदद नहीं की।’मैं भी जीकर क्या करूं।
बंशीलाल के पिता राधेश्याम सैनी बेटे की मौत के बाद कोई न्याय नहीं मिलने से टूट से गए। सोमवार को फिर से बूंदी के पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाने पहुंचे। यहां बुजुर्ग ने बताया कि अब जीने की कोई तमन्ना नहीं बची। उससे मासूम बच्चों का दु:ख नहीं देखा जाता।