नयापुरा स्थित छत्र विलास उद्यान का करोड़ों रुपए खर्च कर सौंदर्यीकरण करवाया गया था। अब हालत यह है कि उद्यान में स्थित तालाब देखरेख के अभाव में बदहाल हो गए। पूरे तालाब में कंजी छाई हुई है। लोग इस गंदगी के बीच ही मजबूरन बोटिंग करने के लिए जाते हैं तो अधिकांश तालाब में छाई कंजी को देख बिना बोटिंग किए लौट जाते हैं। उद्यान के मुख्य आकर्षण फव्वारे भी कई वर्षों से बंद पड़े हैं। झूले व फिसलपट्टियां टूटी पड़ी हंै। यहां बच्चों की जगह दिनभर बंदर उछलकूद करते नजर आते हैं। बदहाली के चलते यहां लोगों की आवाजाही सुबह की सेर करने वाले लोगों के अलावा कम हो गई है।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए किशोरसागर तालाब में 15 अगस्त 2015 को एक भव्य समारोह में इसका उद्घाटन किया गया था। तालाब में बोटिंग की जिम्मेदारी नगर विकास न्यास की थी। न्यास ने 2015 से 2020 तक के लिए नावें चलाने का ठेका एक कम्पनी को दिया। शुरुआत में कम्पनी की ओर से 7-8 नावें जिसमें शिकारा, स्पीड बोट, स्कूटर, ट्यूरिस्ट बोट, जोरबिंग बॉल, वाटर रोलर सहित अन्य नावें एक साथ शुरू की थी। शुरुआती छह महिनों में बोटिंग के लिए खूब पर्यटक आए। बाद में पर्यटक कम आने से मात्र दो तीन नावें ही चलने लगी। ठेकेदार कम्पनी को पर्यटक नहीं मिलने से न्यास में राशि जमा नहीं करवाई तो ठेकेदार कम्पनी को अप्रेल 2018 से बोट संचालन का काम बंद करवा दिया। इसके बाद न्यास ने ना तो उस कम्पनी से बात की ना ही नए टेंण्डर निकाले। तालाब की पाल पर घूमने आए बारां के दम्पती अशोक व ममता सैनी ने बताया कि बच्चों के साथ यहां घूमने आए थे। लेकिन यहां आने के बाद पता चला की बोटिंग बंद है।
नयापुरा स्थित गोपाल निवास बाग का सौंदर्यीकरण कर 14 जनवरी 2013 को इसका लोकार्पण कर जनता के लिए खोला गया था। इस उद्यान में भी बच्चों के लिए झूले-फिसलपट्टियां लगाई गई। देखरेख के अभाव में झूले व फिसलपट्टियां टूट गई। बच्चों के साथ कुन्हाड़ी से आई ममता तिवारी ने बताया कि उद्यान में एंट्री के लिए शुल्क वसूला जाता है तो न्यास को पार्कों के रखरखाव का ध्यान भी रखना चाहिए।
भवानीसिंह पालावत, सचिव, नगर विकास न्यास