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राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने देशभर के विश्वविद्यालयों को पत्र लिखकर बीएड पाठ्यक्रम में बदलाव के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। इस पत्र में एमएचआरडी के स्कूल एजुकेशन सेक्रेटरी अनिल स्वरूप की ओर से एनसीटीई को लिखे पत्र का हवाला देते हुए बताया है कि मंत्रालय वर्ष 2019 से दो वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम को खत्म कर चार वर्षीय इंटीग्रेटिड पाठ्यक्रम शुरू करने की तैयारी में जुटा है।
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मिलेगी स्नातक डिग्री
इंटीग्रेटिड बीएड के तीन पाठ्यक्रम होंगे, बीए बीएड, बीएससी बीएड और बीकॉम बीएड। जो छात्र शिक्षक बनना चाहते हैं, उन्हें बारहवीं कक्षा पास करने के बाद इन पाठ्यक्रमों में दाखिला लेना होगा। पाठ्यक्रम चार साल का होगा, जो आठ सेमेस्टर में बंटा होगा। इसे पास करने वाले छात्रों को स्नातक की डिग्री मिलेगी।
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शिक्षा मंत्री का ऐलान
एमएचआरडी मिनिस्टर प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में आयोजित परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के दौरान भी इंटीग्रेटेड बीएड पाठ्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है। मंत्रालय की ओर से भेजे पत्रों और इस घोषणा के मुताबिक वर्ष 2019 में बीएड पाठ्यक्रम का स्वरूप पूरी तरह बदलने की उम्मीद है।
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की दुनिया में छाई कोटा की बेटी, अब ग्रीस से मिलेगी ग्लैमर की ट्रेनिंग2014 से हुआ था बदलाव
एनसीटीई ने शिक्षक प्रशिक्षण की गुणवत्ता सुधारने के लिए नवंबर 2014 में बीएड के एक वर्षीय पाठ्यक्रम की समयावधि बढ़ाकर दो साल की थी। मार्च 2016 से चार वर्षीय इंटीग्रेटिड बीएड पाठ्यक्रम भी शुरू कर दिया था, टीचर्स ट्रेनिंग कोर्स संचालित करने वाले कॉलेजों ने इस पाठ्यक्रम को संचालित करने में खास रुचि नहीं दिखाई।