बैंचमार्क टाउनशिप वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष पीके शर्मा ने बताया कि टाउनशिप 2015 में बनी थी। नगर विकास न्यास में इसका पंजीयन 2017 में हो गया था। इस टाउनशिप में 190 मकान हैं। करीब 200 लोग निवास करते हैं। टाउनशिप में बोरिंग से पानी की सप्लाई होती है। इस पानी से घुटनों व दांतों में दर्द, बाल झडऩे व त्वचा रोग की समस्या रहती है। टाउनशिप में चम्बल का पानी पहुंचाने के लिए नगर विकास न्यास व जलदाय विभाग में अफसरों के चक्कर लगा चुके है, लेकिन आज तक कोई समाधान नहीं निकला है।
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https://www.patrika.com/kota-news/50-crore-proposals-chambal-water-difficult-to-reach-many-area-7282238/ 500 मीटर है दूर पाइप लाइनकोषाध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया टाउनशिप से 500 मीटर दूरी पर ही जलदाय विभाग की पाइप लाइन निकल रही है। जलदाय विभाग सीधे टाउनशिप को पानी दे सकता है। टाउनशिप में टैंक बना रखा है। उससे सीधे मकानों तक पानी पहुंच सकता है। टाउनशिप के लोग कनेक्शन लेने को तैयार है।
बोरिंग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक टाउनशिप में रहने वाले जीके शर्मा ने बताया कि कोटा चम्बल नदी किनारे बसा हुआ है और 24 घंटे पानी सप्लाई के नाम से जाना जाता है, लेकिन मल्टीवासी चम्बल के पानी से वंचित है। प्रशासन के अधिकारियों से आग्रह है कि वे मल्टी में चम्बल का पानी पहुंचाए। बोरिंग का पानी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।