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मंडी सुरक्षा पर लाखों खर्च करने के बाद भी चोरियां रोकने में असमर्थ मंडी प्रशासन

locationकोटाPublished: Feb 19, 2018 05:00:13 pm

Submitted by:

shailendra tiwari

भामाशाह मंडी में मंडी प्रशासन की ओर से सालाना लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं। इसके बावजूद यहां आए दिन चोरियां हो जाती हैं|

Bhamasha Mandi Kota
कोटा .

भामाशाह मंडी में कृषि उपज की सुरक्षा व्यवस्था पर मंडी प्रशासन की ओर से सालाना लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं। इसके बावजूद यहां आए दिन चोरियां हो जाती हैं। कई बार किसानों व व्यापारियों ने उपज की चोरी के मामले अनंतपुरा थाने में दर्ज कराए। अनंतपुरा पुलिस ने मंडी परिसर में चौकी भी स्थापित कर रखी है। इसके बावजूद भी चोरियों पर अंकुश नहीं लग पा रहा।
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सूत्रों ने बताया कि मंडी प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के लिए सौ से अधिक सिक्योरिटी गार्ड लगा रखे हैं, जो तीन पारियों में यहां मंडी गेट, नीलामी स्थलों पर तैनात रहते हैं। दिन की पारी में सिक्योरिटी गार्ड की संख्या अधिक रहती है, वहीं रात में कम। यहां तैनात अधिकांश सिक्योरिटी गार्ड की उम्र 50 साल से अधिक है। कुछ गार्ड तो बिना डंडे के सुरक्षा करते हैं। मंडी प्रशासन ने नीलामी स्थल, मुख्य मार्ग, सड़क, टीनशेड के सामने सीसीटीवी कैमरे लगा रखे हैं। हर माह सिक्योरिटी गार्ड पर 3.50 लाख से अधिक का बजट खर्च किया जाता है।
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ये कैसी चौकी : अनंतपुरा थाने की मंडी में पुलिस चौकी खोल रखी है, लेकिन यहां अधिकांश समय पुलिसकर्मी गायब मिलते हैं।

भामाशाह मंडी सचिव डॉ. आरपी कुमावत का कहना है कि सुरक्षा व्यवस्था व चोरियां रोकने के लिए 72 सीसीटीवी कैमरे, 100 से अधिक गार्ड लगा रखे हैं, जो पूरी निगरानी रखते हैं।
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भामाशाहमंडी में अव्यवस्था से खफा… किसान और मजदूरों ने किया प्रदर्शन

कोटा. भामाशाहमंडी में व्याप्त अव्यवस्था के खिलाफ हाड़ौती किसान आंदोलन के पदाधिकारी, किसान व मजदूरों ने रविवार को मंडी गेट पर मंडी प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। पदाधिकारियों ने चेतावनी दी कि यदि मंडी में किसानों को किसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़ा तो मंडी प्रशासन के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। सैकड़ों किसान मंडी प्रशासन कार्यालय का घेराव करेंगे। प्रदर्शन के दौरान आंदोलन के संयोजक कुन्दन चीता ने कहा कि मंडी में किसानों के माल की सुरक्षा होनी चाहिए। बारिश में माल भीगे नहीं इसके लिए टीनशेड की व्यवस्था होनी चाहिए। व्यापारियों के कब्जे से टीनशेड मुक्त होना चाहिए। एक-दो दिन तक माल नहीं बिकने की व्यवस्थाएं खत्म कर किसानों का माल तुरंत बिकना चाहिए।
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किसान के ठहराव के लिए व्यवस्थाएं होनी चाहिए। ढेरियों से किसानों का माल चोरी नहीं हो, इसके लिए सख्त पहरा होने चाहिए। पूर्व पीसीसी सदस्य इन्द्रमोहन हनी ने कहा कि यदि मंडी प्रशासन किसानों की व्यवस्थाओं में सुधार नहीं करता है तो कोटा बंद का ऐलान किया जाएगा। इस मौके पर मंजूर तंवर, सुरेश गुर्जर, धर्मेन्द्रराव डामी, सीपी गुर्जर, गिरिराज गुर्जर, अरविन्द यादव, महेश जैन, राकेश मेहरा, श्याम मनोहर हरित मौजूद रहे।

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