वहीं सीएम अशोक गहलोत, बाढ़ नियंत्रण मंत्री मास्टर भंवरलाल, यूडीएच मंत्री शांति कुमार धारीवाल को हवाई दौरे की जगह लोगों के बीच में जाकर उनकी मदद करनी चाहिए। राजावत ने मृतक व्यक्ति के मौत पर शोक प्रकट किया व पीडि़त परिवार को मृतक व्यक्ति की अंत्येष्टि के लिए 10 हजार रुपए की राशि भेंट की। साथ ही सरकार द्वारा दी जाने वाली आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन दिया।
चिंता न करो..शहर आपके साथ है
बाढ़ पीडि़तों की मदद के लिए शहरवासी तन-मन-धन से सेवा में जुट गए हैं। शहरवासियों का सेवा का जज्बा ऐसा है कि कोई भोजन की व्यवस्था कर रहा तो कोई बच्चों के लिए दूध की। कोई बीमार लोगों के लिए दवाइयां ला रहा है तो डॉक्टर निशुल्क सेवाएं दे रहे हैं। मदद के लिए कारवां जुड़ता जा रहा है। धार्मिक, सामाजिक व राजनैतिक संगठन लगातार इन बाढ़ पीडि़तों के लिए सहयोग के हाथ बढ़ा रहे हैं। गुरुद्वारा अगमगढ साहिब के मुख्य जत्थेदार बाबा लक्खा सिंह और बाबा बलविंदर सिंह के साथ सिख समाज के प्रतिनिधियों ने सोमवार को नदी पार सभी जरूरतमंदों के लिए बनाए गए आश्रय स्थल पर जाकर गुरू का लंगर अटूट बरताया। सन्त तुकाराम सामुदायिक भवन?, हनुमान गढ़ी न्यू सरस्वती विद्या मंदिर बीड के बालाजी में सेवा दी गई। सेवादार बाबा बलविंदर सिंह की अगुवाई में सेवादार जुटे हुए है। कोटा सिख प्रतिनिधि सोसायटी के अध्यक्ष तरूमीतसिंह बेदी भी सेवा में जुटे हुए हैं।
रोटरी क्लब कोटा के अध्यक्ष सुनीत बाफना ने बताया कि क्लब की ओर से बाढ़ पीडितों को एक हजार भोजन के पैकेट बांटे। 1000 फूड पैकेट का वितरण केशव स्कूल बालिता रोड कोटा पर किया गया। रेड क्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष राजेश बिरला ने बताया कि पीडि़तों को दो वक्त के भोजन की व्यवस्था की गई है। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के प्रचार प्रमुख राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि कार्यकर्ताओं ने खंड गांवड़ी स्थित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रविवार को 500 व सोमवार 350 भोजन के पैकेट वितरित किए। हाड़ौती क्लब कोटा के अध्यक्ष प्रकाश जैन दीपपुरा के नेतृत्व में बाढ पीडि़तों को राहत सामग्री पहुंचाई गई। अग्रवाल दिगम्बर जैन मंदिर शास्त्री मार्केट की ओर से 500 भोजन के पैकेट वितरित किए गए।