कोटा, सीमलिया। सर्जिकल स्ट्राइक पर बनी फिल्म उरी दिखाने के बाद लाडपुरा के पूर्व विधायक भवानीसिंह राजावत ने कहा कि उनका कांग्रेस से लोकसभा लडऩे का कोई मानस नहीं है। वे भाजपा में ही रहेंगे। इसके बाद उनके कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाओं पर विराम लग गया था, लेकिन मंगलवार को सीमलिया टोल प्लाजा पर प्रदर्शन करने के बाद अचानक राजावत यहां आयोजित कांग्रेस के सम्मेलन में चले गए। यहां सांगोद विधायक व पूर्व मंत्री भरतसिंह ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। हालांकि राजावत ने कहा कि प्रदर्शन के दौरान कार्यक्रम में भरतसिंह दिख गए थे, उनसे शिष्टाचार भेंट की है। कांग्रेस में जाने का कोई इरादा नहीं है।
कटारिया के सामने किया था विरोध
हाल ही में लोकसभा चुनाव के बारे में चुनिंदा पदाधिकारियों का मन टटोलने के लिए कोटा आए भाजपा के वरिष्ठ नेता व प्रतिपक्ष नेता गुलाबचंद कटारिया के सामने भी राजावत ने अपनी पीड़ा व्यक्त की थी। राजावत ने कहा था कि आप फीडबैक लेने आए हैं तो कार्यकर्ताओं के मन की बात सुननी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी में आप (कटारिया) बात दमदारी से रखते हैं, इसलिए आपके समक्ष कार्यकर्ताओं की बात रख रहा हूं। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस संस्कृति के लोगों के कदमों में पार्टी क्यों गिरवी रख दी।
हाल ही में लोकसभा चुनाव के बारे में चुनिंदा पदाधिकारियों का मन टटोलने के लिए कोटा आए भाजपा के वरिष्ठ नेता व प्रतिपक्ष नेता गुलाबचंद कटारिया के सामने भी राजावत ने अपनी पीड़ा व्यक्त की थी। राजावत ने कहा था कि आप फीडबैक लेने आए हैं तो कार्यकर्ताओं के मन की बात सुननी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी में आप (कटारिया) बात दमदारी से रखते हैं, इसलिए आपके समक्ष कार्यकर्ताओं की बात रख रहा हूं। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस संस्कृति के लोगों के कदमों में पार्टी क्यों गिरवी रख दी।
खुले है सभी विकल्प
विधानसभा चुनावों में टिकट नहीं मिलने से खफा चल रहे राजावत लोकसभा चुनावों के लिए दावेदारी तो जता ही चुके है साथ ही उन्होंने सभी विकल्प खुले होने की बात कही है। हाल ही पत्रिका डॉट कॉम से खास बातचीत के दौरान उन्होंने कहा था कि जनसंघ की जो परम्पराएं थी वे अब खत्म होती जारही है। रातों-रात पार्टी बदलने वाले नेताओं को टिकट दे दिया जाता है।
विधानसभा चुनावों में टिकट नहीं मिलने से खफा चल रहे राजावत लोकसभा चुनावों के लिए दावेदारी तो जता ही चुके है साथ ही उन्होंने सभी विकल्प खुले होने की बात कही है। हाल ही पत्रिका डॉट कॉम से खास बातचीत के दौरान उन्होंने कहा था कि जनसंघ की जो परम्पराएं थी वे अब खत्म होती जारही है। रातों-रात पार्टी बदलने वाले नेताओं को टिकट दे दिया जाता है।
प्रदर्शन से बनेगी बात..
राजावत हर वे कोशिश करने में जुटे है जिससे लोकसभा में उनकी दावेदारी मजबूत हो सके । मंगलवार को कोटा-बारां हाइवे पर गड्ढो की समस्या को लेकर राजावत के समर्थन में रोड जाम किया गया।
राजावत हर वे कोशिश करने में जुटे है जिससे लोकसभा में उनकी दावेदारी मजबूत हो सके । मंगलवार को कोटा-बारां हाइवे पर गड्ढो की समस्या को लेकर राजावत के समर्थन में रोड जाम किया गया।