आत्मा ले जाने अस्पताल पहुंचे परिजन इस दौरान एक महिला के शरीर मे भाव( देवता) आने लग गए। इसके साथ ही महिला के आस पास बैठे परिजन उसके निर्देशानुसार काम करने लग गए। अंधविश्वास का ये खेल यहीं नहीं रुका। एक महिला और पुरुष के गले मे गुलाब की माल पहना दी गई और दोनों महिला के आगे हाथ जोड़कर खड़े हो गए। इसके बाद इन्होंने जोत जलाई ओर गुलाब के फूलो को रास्ते मे बिछाया। बाद में परिजन मृतक की आत्मा को अपने साथ ले गए। इस दौरान किसी ने भी उन्हें रोकने की कोशिश नही की। परिजन गाड़ी में सवार होकर अपने गांव लौट गए।
जानकारी के मुताबिक एक साल पहले प्रसव के दौरान बूंदी जिले के तालाब गांव निवासी महिला की अस्पताल में मौत हो गई थी। महिला की मौत के बाद परिवार के सदस्यों की तबियत खराब रहने लगी। साथ ही घर मे अशांति का माहौल रहने लगा। भोपों (देवता) की सलाह पर आज परिजन मृतक की आत्मा लेने एमबीएस पहुचे।
पहले भी अस्पताल में हो चुका है ऐसा मामला एेसा ही एक वाकया तीन माह पहले भी कोटा के एमबीएस अस्पताल में देखने को मिल चुका है। न्यूरोसर्जरी आईसीयू में हुआ था। इसमें कुछ अंधविश्वासी लोग तांत्रिक के साथ पहुंचे और टोना टोटका करने लगे। इन लोगों ने बताया कि वे आत्मा लेने आए हैं। उन्होंने करीब दो मिनट आईसीयू में टोना टोटका किया। इस दौरान स्टाफ मूकदर्शक बना रहा। आईसीयू में हुए टोटके को अस्पताल प्रशासन ने गंभीर माना था और एेसी पुनरावृति नहीं हो इसके लिए सुरक्षा कार्मिकों को पाबंद किया था, लेकिन फिर भी सुरक्षा कार्मिक बेबस होकर मसले को देखते रहे। कोटा संभाग में अंधविश्वास के ये नजारे आम हैं साल 2017 से 2018 के बीच इस तरह के मामले करीब 5 – 6 बार हो चुके हैं। लेकिन खुद अस्पताल प्रशासन मामले को लेकर बेसुध है। अस्पताल ने मामले को लेकर चुप्पी साधी हुई है।