पवन ने बताया कि मनीष रामगंजमंडी में कोरियर में डिलेवरी बॉय के रूप में काम करता था। वह शनिवार सुबह आठ बजे मोटर साइकिल लेकर घर से निकला था जो शाम को घर नहीं लौटा। पुलिस ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रविंद्रसिंह के सुपरविजन में वृताधिकारी नरेंद्र पारीक के नेतृत्व में थानाधिकारी सुकेत रघुवीरसिंह और सहायक उप निरीक्षक साइबर सेल महेंद्रसिंह हाडा को शामिल कर विशेष टीम का गठन किया। घटनास्थल पर डॉग स्क्वायड, एफएसएल टीम व साइबर सेल टीम बुलाकर साक्ष्य एकत्र किए। गठित विशेष टीम ने गहनता से विश्लेषण परीक्षण किया।
जिसमें मृतक के शराब पार्टी के मित्रों की संलिप्तता पाई गई। जिसके आधार पर शक की सुई मृतक के पीपाखेडी निवासी मित्र महावीरसिंह राजपूत पर ठहर गई। सायबर सेल व गठित टीम ने महावीरसिंह को नेशनल हाईवे 52 पर डिटेन किया। पूछताछ करने पर शराब के नशे में हुए झगड़े में पत्थरों से कुचल कर हत्या करना स्वीकार कर लिया।
हत्या का कारण
मनीष शराब पीने का शौकीन था तथा आए दिन किसी न किसी के साथ शराब पार्टी करता था। शनिवार को मनीष को महावीरसिंह मिला। दोनों ने रामगंजमंडी से शराब खरीदी और सातलखेड़ी आ गए। जहां राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के पास सुनसान जगह पर शराब पीने लगे। इस दौरान दोनों के बीच झगड़ा हो गया। आरोपी महावीरसिंह आवेश में आ गया और उसने पत्थरों से कुचल कर मनीष की हत्या कर दी। मृतक के मोबाइल और मोटरसाइकिल लेकर फरार हो गया। जहां से मध्यप्रदेश भागने की फिराक में था।