गौरतलब है कि कोटा में मेडिकल व इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा की कोचिंग के लिए हर साल डेढ़ लाख के करीब विद्यार्थी देश भर से आते हैं। एक से दो साल तक बच्चों के कोटा में रहने के दौरान देश भर से हजारों अभिभावकों का भी कोटा आना होता है।
-बाहर से आने वाले लोग ऐसे पाइंट पर फोटो शूट करवाकर यादों को संजोकर ले जाते हैं।
-शहर के ब्रांडनेम जैसे- आईलवकोटा, मेरा शहर कोटा, कोटा हमारा अभिमान, कोटा हमारी शान इत्यादि नाम के सेल्फी पाइंट विकसित होंगे तो कोटा का नाम काफी आगे बढ़ेगा।
-अजमेर में आनासागर चौपाटी, रीजनल कॉलेज के सामने, महाराणा प्रताप स्मारक सहित अन्य जगहों पर सेल्फी पाइंट बनाए गए हैं।
-किशोर सागर तालाब की चौपाटी -छत्र विलास उद्यान
-खड़े गणेश मंदिर-गणेश उद्यान
-चम्बल गार्डन -कोटा जंक्शन
-शहीद स्मारक के पास -गरडिय़ा महादेव
-दशहरा मैदान -हैंगिंग ब्रिज के पास के पास केवल पेट्रोल पम्प पर सेल्फी पाइंट-
कोटा में सेल्फी पाइंट को लेकर यूआईटी व प्रशासन का ध्यान नहीं है, लेकिन शहर के एक पेट्रोल पम्प संचालक ने करीब डेढ़ साल पहले छोटा सा सेल्फी पाइंट विकसित कर कोटा का नाम आगे बढ़ाने का प्रयास किया है।