script36 घंटे से अटकी थी सांसें, देखा तो भर आई आंखें…. | Breath was stuck for 36 hours, I saw my eyes filled up | Patrika News

36 घंटे से अटकी थी सांसें, देखा तो भर आई आंखें….

locationकोटाPublished: Sep 17, 2019 12:47:50 am

Submitted by:

Anil Sharma

338 बच्चों व 35 शिक्षकों को लेकर रात नौ बजे रावतभाटा पहुंची टीम….

rawatbhata, kota

चित्तौडगढ़़ जिले के भैंसरोडगढ़़ क्षेत्र में अटके बच्चों को गोपालपुरा पुलिया से हाथ पकड़कर निकालते टीम के सदस्य।

रावतभाटा. भैंसरोडगढ़. रावतभाटा क्षेत्र के भैंसरोडगढ़़ में अटके 338 बच्चों व 35 शिक्षकों को सोमवार को गुजरात की छह बटालियन एनडीआर टीम के 22, एसडीआरएफ के 18 सहित 40 सदस्यों ने सुरक्षित बाहर निकाला। इधर, गोपालपुरा पुलिया पर पानी की आवक भी कम हो गई। रेस्क्यू टीम के सदस्यों ने बच्चों को पुलिया के दूसरी तरफ पहुंचाया। इसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली। इस दौरान स्कूल के बाहर पुलिया जाप्ता तैनात था। उन्हें बसों से रावतभाटा लाया जा रहा है। जानकारी मिलने पर चित्तौडगढ़़ सांसद सीपी जोशी, बेगूं के पूर्व विधायक सुरेश धाकड़ सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे।
भैंसरोडगढ़ थानाधिकारी गोपालकृष्ण ने बताया कि सोमवार दोपहर 12.30 बजे मय पुलिस जाप्ता स्कूल पहुंचे। इस दौरान रावतभाटा थानाधिकारी भी जवानों के साथ यहां पहुंच गए थे। बच्चों को ग्रामीणों के सहयोग से ट्रेक्टर ट्रॉली में बैठाया। इधर, पूर्व विधायक धाकड़ ने प्रशासन की उदासीनता व लापरवाही पर आक्रोश जताया। उन्होंने कहा कि प्रशासन 36 घंटे गुजरने के बाद नींद से जागा।
उल्लेखनीय है कि श्रीराम बाल विद्या मंदिर भैंसरोडगढ़़ में हिन्दी दिवस पर शनिवार को आयोजित सामूहिक समारोह में भाग लेने के लिए चारभुजा, एकलिंगपुरा के आदर्श विद्या मन्दिर के कक्षा 3 से 8 वीं तक के 70 बच्चे व आदर्शविद्या मन्दिर महुपुरा के कक्षा 9वीं से 12वीं के 268 बच्चे तथा 35 शिक्षक गए थे। रावतभाटा लौटते समय चामला पुलिया पर चादर चलने से भैंसरोडगढ़़ में ही अटक गए। इसके बाद स्थानीय ग्रामीणों ने उनके खाने-पीने व ठहरने की व्यवस्था की थी। सोमवार को पत्रिका में समाचार प्रकाशित होने के बाद प्रशासन हरकत में आया।
परिजनों को सौंपे बच्चे
भैंसरोडगढ़ में अटके 338 छात्र-छात्राओं को लेकर अधिकारी रात 9 बजे रावतभाटा पहुंचे। यहां नगरपालिका कार्यालय पर प्रशासनिक अधिकारियों ने बच्चों को परिजनों के सुपुर्दु किया। इस दौरान जिला कलक्टर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, उपखंड अधिकारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। जैसे ही बच्चे बस से उतरे तो सामने खड़े परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। बच्चे भी अपने माता-पिता से लिपट गए। इस मौके पर पालिका अध्यक्ष धर्मेन्द्र तिल्लानी, कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष मुन्ना तिवारी, प्रकाश देवड़ा, महिला नगर अध्यक्ष ज्योति पारेता आदि भी उपस्थित रहे।
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