पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा मंडल में तैनात भारतीय रेल यात्रा सेवा के अधिकारी (आईआरटीएस) अजय कुमार पाल और उसके दलाल को एसीबी ने गुरुवार को 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
कोटा. पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा मंडल में तैनात भारतीय रेल यात्रा सेवा के अधिकारी (आईआरटीएस) अजय कुमार पाल और उसके दलाल को एसीबी ने गुरुवार को 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। कोटा में वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक के पद पर तैनात अजय कुमार पाल ने एक चार्जशीट का निस्तारण करने के लिए रिश्वत की मांग की थी। परिवादी हाल खानपान निरीक्षक हेमराज मीणा भरतपुर रेलवे स्टेशन पर तैनात है। उन्होंने गत 29 मार्च को एसीबी कार्यालय, भरतपुर में उपस्थित होकर एक रिपोर्ट पेश की, जिसमें उन्होंने बताया कि गत 16 मार्च 2022 को वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अजय कुमार पाल ने उन्हें चार्जशीट जारी की जो, 22 मार्च 2022 को प्राप्त हुई। जिसका जवाब 28 मार्च को भिजवा दिया गया। इसके बाद 29 मार्च को हिंडौन सिटी रेलवे स्टेशन पर कैटरिंग वैंडर का कार्य करने वाले महेश कुमार शर्मा ने फोन करके कहा कि तुम्हारी चार्जशीट को अजय कुमार पाल से मिलकर फाइनल करवा दूंगा। इसके लिए 20 हजार रुपए देने होंगे। परिवादी की शिकायत का गोपनीय सत्यापन करवाया गया। जिसमें दलाल महेश कुमार शर्मा के जरिए चार्जशीट फाइनल करवाने के एवज में 20 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की पुष्टि हुई। इसके बाद गुरुवार को आरोपी दलाल महेश कुमार परिवादी हेमराज को डीआरएम कार्यालय, कोटा लेकर आए और उससे 20 हजार रुपए लेकर अजयकुमार पाल को दे दिए। इसके बाद आरोपी ने रिश्वत की राशि अपने कार्य करने की टेबल की रेक में रख ली। जहां से रिश्वत की राशि बरामद की जा चुकी है। एसीबी के महानिदेशक दिनेश एन.एन. के निर्देशन में आरोपियों से पूछताछ जारी है। आरोपी अधिकारी के साथ दलाल को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। दिन में डीआरएम से साथ निरीक्षण किया
रिश्वत लेने के आरोपी वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अजयकुमार पाल ने शुक्रवार दोपहर को डीआरएम के साथ कोटा-रूठियाई रेलमार्ग का निरीक्षण किया। इसके बाद शाम को रिश्वत लेते पकड़ा गया।