परिवादी ने इसकी शिकायत 4 फरवरी को एसीबी को की। इसका गोपनीय सत्यापन करवाया। जिसमें आरोपी सूचना सहायक एकांत व दलाल बलराम मीणा ने मुआवजा राशि को जमनालाल के खाते में रिलीज नहीं करने की एवज में एक लाख रुपए रिश्वत की मांग की। इसकी पुष्टि करवाई गई। शुक्रवार को ट्रेप की कार्रवाई करते हुए दलाल बलराम मीणा को एक लाख रुपए की घूस लेते हुए एरोड्राम सर्किल पर गिरफ्तार किया। दलाल को सूचना सहायक एकांत ने रिश्वत की राशि लेकर थेकड़ा अक्षरधाम कॉलोनी के पास बुलाया। जहां आरोपी एकांत के आने पर डिटेल किया गया। एकांत ने घूस राशि के बारे में एसीएम कोर्ट के सूचना सहायक दीपक रघुवंशी तथा लाडपुरा एसडीएम दीपक मित्तल से वार्ता की।