फिटनेस तो जारी हुआ लेकिन उस पर हस्ताक्षर किसी के नहीं
मौके पर पहुंचे पत्रिका संवाददाता ने पानी में डूबी बस की नंबर प्लेट को गोताखोर की मदद निकलावा। नंबरों के आधार पर बस मालिक का पता चला। बस का कोटा के आदिनाथ फिटनेस सेंटर से बुधवार को ही बस का सत्यापन करवा लिया। पता चला है कि ये फिटनेस सेंटर अवैध रूप से संचालित है। सत्यापन पर आदिनाथ फिटनेस सेंटर की मोहर तो है, लेकिन उस पर किसी के हस्ताक्षर नहीं हुए हैं। आदिनाथ फि टनेस जांच सेंटर की परिवहन विभाग जयपुर मुख्यालय से जारी की गई मान्यता 31 मार्च 2019 को समाप्त हो गई थी।
बस की कागजों में पूरी फिटनेस है। आदिनाथ फिटनेस सेंटर को जनवरी में ही बंद कर दिया। यदि उसने फिटनेस दिया है तो ये अवैध है।
पीएल बामनिया, एआरटीओ, कोटा
बस का फिटनेस सिंतबर, 2013 व रोड टैक्स सितंबर, 2019 तक
भीमगंजमंडी निवासी मोहम्मद सलीम शेख की इस बस को आरटीओ पोर्टल व बस के रजिस्ट्रेशन की कॉपी में फिटनेस 22 सितंबर-2013 दर्शा रखी है। रोड टैक्स भी 30 सितंबर 2019 तक ही जमा कर रखा है।
परिवहन विभाग की सफाई: डेटा अपडेट नहीं
जबकि परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बस का ऑनलाइन डेटा अपडेट नहीं है। इस कारण पूरी जानकारी ऑनलाइन अपडेट नहीं है। कार्यालय के कागजों में बस की फिटनेस और रोड टैक्स पूरा है।