दिल्ली निवासी फरियादिया ने रिपोर्ट में बताया कि वह जयपुर होटल में काम करती थी। इस दौरान उसकी पहचान तलवंडी सी सेक्टर ओम विला निवासी मनीष गौतम से हुई। मनीष ने उसे कहा कि वह शादीशुदा नहीं है। वह उसे पसंद करता है और उससे शादी करके कोटा में अपने साथ रखना चाहता है। जब उसने शादी के लिए मना किया तो मनीष ने मेरे माता-पिता से मिलने की बात कही। उसने मनीष को माता-पिता से मिला दिया। इसके बाद उसे विश्वास में लेकर जयपुर स्थित एक होटल में शारीरिक संबंध बनाए। विश्वास दिलाने के लिए मांग में सिंदूर भरकर शादी कर ली। इसके बाद वह आरोपी के साथ दिल्ली रही। वहां पर भी आरोपी ने कई बार शारीरिक संबंध बनाए। इसके बाद आरोपी उसे लेकर कोटा आया और राजीव गांधी नगर स्थित एक होटल में शारीरिक संबंध बनाए। इसके बाद वह कुन्हाड़ी स्थित एक होटल में लेकर गया और वहां भी शारीरिक संबंध बनाए।
इसी दौरान वह गर्भवती हो गई तो आरोपी ने कहा कि उसे अभी बच्चा नहीं चाहिए और उसका गर्भपात करवा दिया। उसे शक हुआ तो आरोपी के बारे में पता करवाया तो पता चला कि आरोपी पहले से शादीशुदा है और एक बच्ची भी है। उसने आरोपी से शादीशुदा होने की बात कही तो उसने विश्वास दिलाया कि वह उसे तलाक दे देगा। इसके बाद आरोपी ने उसे छोड़ दिया। वह 7 फरवरी को कोटा आई तो आरोपी मनीष ने उसे कुन्हाड़ी थाने से पाबंद करवा दिया। पुलिस ने फरियादिया की रिपोर्ट पर मामला 376, 420 एवं एससी, एसटी एक्ट में दर्ज कर लिया। इस प्रकरण में अनुसंधान पुलिस उपाधीक्षक अंकित जैन के सुपुर्द किया गया है।