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सावधान : ताजा फल के नाम पर हो रहा सेहत से खिलवाड़

locationकोटाPublished: Jun 29, 2023 12:36:34 am

Submitted by:

Narendra

फल पकाने के लिए किया जा रहा केमिकल का उपयोग

सावधान : ताजा फल के नाम पर हो रहा सेहत से खिलवाड़
सावधान : ताजा फल के नाम पर हो रहा सेहत से खिलवाड़
रावतभाटा. अच्छी सेहत के लिए जिन ताजा फलों को आप खा रहे हैं वही आपको नुकसान पहुंचा रहे हैं। वजह यह है कि कच्चे फलों को समय से पहले पकाने के लिए कई तरह के रासायनिक पदार्थों का उपयोग करने से भी व्यापारी नहीं हिचक रहे, जबकि इनका उपयोग स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। सब कुछ जानने के बाद भी ज्यादा मुनाफा व कम समय में सब्जी पकाने के लिए व्यापारी एथलीन गैस, कार्बाइड का बड़े पैमाने पर उपयोग कर रहे हैं। कई जगहों पर मांग बढ़ते ही कच्चे आम को तेजी से पकाने के लिए फल व्यापारी ऐसे ही केमिकल व पाउडर का उपयोग करते हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के साथ ही अवैध तरीके से एथलीन राइपनर खुलेआम बेची जा रही है।
1964 से प्रतिबंधित
फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स रेगुलेशन के मुताबिक कैल्शियम कार्बाइड नामक केमिकल 1964 से ही प्रतिबंधित है। अब भी इन खतरनाक केमिकल का फल पकाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। जबकि आईपीसी की धारा 272 और 273 के तहत खाने में मिलावट करने पर अधिकतम 6 माह की सजा और हजार रुपए का जुर्माना हो सकता है।
ऐसे पहचानें केमिकल से पके फल
ऐसे फल व सब्जियां चुनें जिन पर कोई दाग धब्बा न हो। हमेशा फल और सब्जियों को खाने से पहले अच्छी तरह से धो लें। सब्जियों और फलों का छिलका निकालकर इस्तेमाल करने से केमिकल्स का असर कम होता है। जो आम कृत्रिम तरीके से पका होगा उसमें पीले और हरे रंग के पैचेज होंगे। यानि पीले रंग के बीच-बीच में हरा रंग भी दिखेगा। जबकि प्राकृतिक तौर पर पका हुआ आम पीला या हरा ही होगा। हमेशा मौसमी फलों और सब्जियों को ही चुनें। यदि मौसम से पहले के फल या सब्जियां मिल रहे हो तो उन्हें न खरीदें।
चीन से आता है एथलीन
खतरनाक पाउडर एथलीन राइनर से आम और अन्य फल पकाए जा रहे हैं। पैकेट पर साफ चेतावनी अंकित है कि खाद्य पदार्थ के साथ पाउडर के संपर्क में आने पर इंसानी स्वास्थ्य पर जानलेवा असर डाल सकता है। एथलीन राइपनर पाउडर खुले बाजार में नहीं मिलता। इसे अब ऑनलाइन मार्केट से मंगाया जा रहा है।
कच्चे लाकर पैकेट में रखते हैं पुड़िया
कुछ दुकानों पर पड़ताल की तो सामने आया कि आम के कैरेट में पैकिंग वाली केमिकल की पुडिया को रखा जा रहा था। यहां बाहर से कच्चे फल आते हैं और यहां फलों को पैक करते समय उसमें कुछ पुडिय़ा रख दी जाती है। इससे निकलने वाली गैस फलों को एक ही दिन में पका देती है।
लिवर व याददाश्त पर डालता है असर
महाराव भीम सिंह चिकित्सालय कोटा के चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव सक्सेना ने बताया कि कार्बाइड में काफी गर्मी होती है। इसके उपयोग से शरीर के अंगों पर असर पड़ सकता है। पेट संबंधी समस्याएं किडनी, एलर्जी व त्वचा संबंधी रोग पैदा हो सकते हैं। कार्बाइड का इस्तेमाल कैंसर जैसे रोगों की वजह भी बन जाता है। इसलिए इसके उपयोग से बचना चाहिए। केमिकल से पके फलों का उपयोग करने के बाद फूड पॉइजनिंग के मामले भी सामने आते हैं। इससे फलों से मिलने वाले पोषक तत्व भी खत्म हो जाते हैं।
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