scriptक्लीन गंगा मिशन के जरिए साफ होगी चम्बल | Chambal will be cleaned through Clean Ganga Mission | Patrika News

क्लीन गंगा मिशन के जरिए साफ होगी चम्बल

locationकोटाPublished: Mar 04, 2021 09:19:25 am

Submitted by:

Jaggo Singh Dhaker

नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा योजना के तहत कोटा में चम्बल को साफ करने के लिए 258 करोड़ खर्च किए जाएंगे। एक दशक पहले शुरू हुई योजना अफसरों की लापरवाही के कारण हो गई थी बंद, अब शेष कार्य कराए जाएंगे।

जग्गो सिंह धाकड़

कोटा. जीवनदायिनी चम्बल नदी के प्रदूषण को अब नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा योजना (National Mission for Clean Ganga) के जरिए खत्म किया जाएगा। मिशन के अन्तर्गत अब 258 करोड़ से अधिक राशि खर्च कर कोटा शहर में चम्बल में गिर रहे 34 गंदे नालों के प्रदूषित व सीवरेज के पानी को रोका जाएगा।
राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना के तहत वर्ष 2010 में चम्बल नदी को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए 150 करोड़ की लागत के कार्य स्वीकृत किए गए थे। इस योजना में तब चम्बल नदी में गिर रहे 22 नालों को ट्रेप करके सीवर लाइन में डालने और पानी को शुद्ध करने का कार्य प्रस्तावित किया गया था। यह योजना वर्ष 2013 में पूरी की जानी थी, लेकिन ठेका फर्म ने कार्य में रुचि नहीं दिखाई। अफसरों की पर्यवेक्षण लापरवाही के कारण कार्य बहुत धीरे गति से चला और वर्ष 2016 तक भी पूरा नहीं हुआ। कुल 37 प्रतिशत ही कार्य हो पाया। इसके बाद 2 अगस्त 2016 को तत्कालीन सरकार ने सभी कार्य निरस्त कर दिए। बीते एक दशक की अवधि में चम्बल में गिर रहे गंदे नालों की संख्या भी बढ़ गई। वर्तमान के हालात इस कदर बिगड़ रहे कि प्रतिदिन चम्बल में सीवरेज का करीब 400 एमएलडी पानी गिर रहा है।
अब नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा योजना के तहत चम्बल शुद्धिकरण के शेष कार्यों की स्वीकृति गत 25 फरवरी 2021 को जारी की गई है। 258 करोड़ 48 लाख रुपए की लागत से जल्द इसके कार्य पूरे किए जाएंगे। ये कार्य जून 2022 तक पूरे किए जाना प्रस्तावित है। नगर विकास न्यास की ओर से यह प्रस्ताव तैयार किया था।
शहर के गंदे नालों को चम्बल नदी में गिरने से रोकने के लिए नेता समय-समय पर बयान देते रहे और अधिकारी बैठकें करते, लेकिन जमीन स्तर पर ठोस कार्य नहीं हुआ। इस मुद्दे को लेकर गत 7 अगस्त 2020 को संभागीय आयुक्त के.सी मीना ने भी नगर निगम, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभागों के अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली थी। इसमें चम्बल नदी में गिरने वाले गंदे नालों को रोकने के लिए ठोस कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद भी अधिकारियों ने जमीन स्तर पर कुछ नहीं किया। नगर विकास न्यास के सचिव राजेश जोशी ने बताया कि नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा योजना के तहत चम्बल शुद्धिकरण के शेष कार्यों की स्वीकृति मिल गई है। जल्द इसके क्रियान्वयन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
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