कार्यक्रम में मंत्री जाहिदा खान ने कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, राजस्थान सरकार विज्ञान केन्द्र, कोटा को नवीन व बड़ा स्वरूप प्रदान करने की कार्ययोजना पर काम कर रहा है। इसके अच्छे व सुलभ परिणाम जल्द ही सामने होंगे। राज्य में सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को विज्ञान केन्द्रों से जोडऩे के लिए कलेण्डर बनाया जा रहा है।
विभाग में जयपुर व जोधपुर के विभिन्न विज्ञान केन्द्रों में शीघ्र ही 2.50 करोड़ की लागत से इनोवेशन हब इसी वर्ष प्रारंभ होंगे। इनोवेशन हब में विद्यार्थी, विशेषज्ञों की देखरेख में कोडिंग, मॉडलिंग, प्रोग्रामिंग, 3-डी प्रिंटिंग आदि नवाचार करना सीखेंगे। राज्य सरकार ने अजमेर, बीकानेर में नवीन विज्ञान केन्द्रों के लिए स्वीकृति दी है। इस पर 30 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी।
यह भी पढ़े:
https://www.patrika.com/kota-news/world-s-largest-bell-will-be-installed-on-the-riverfront-in-kota-7298515/ विभाग की सचिव मुग्धा सिन्हा ने कहा कि ये मॉडल्स कोटा क्षेत्र के स्कूलों के विद्यार्थियों व प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में विभिन्न कोचिंग संस्थानों में पढऩे आ रहे विद्यार्थियों के लिए बहुत उपयोगी साबित होंगे। विशिष्ठ अतिथि राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद्, दिल्ली के निदेशक डी. रामा शर्मा रही। वरिष्ठ प्रबंधक अम्रितेश श्रीवास्तव ने बताया कि कोटा की इस गैलरी में 700 मेगावाट की ऊर्जा का उत्पादन करने वाले संयंत्र का प्रथम मॉडल स्थापित किया गया। कार्यक्रम में परियोजना निदेशक द्वितीय डॉ. मनु सिकरवार, निदेशक प्रथम डॉ. साधना माथुर, एनपीसीआईएल के एक्जिक्यूटिव डॉयरेक्टर आर. सत्यनारायण उपस्थित रहे।
यह भी पढ़े:
https://www.patrika.com/kota-news/5300-units-of-electricity-will-be-generated-daily-from-the-sewerage-7299556/ गैलरी में ये लगाए मॉडल्स परमाणु मॉडल जादुई नल
हवा में तैरती गेंद ध्वनि को देखे
संगीतमय अवतरण वीणा रंगीन पिरामिड
तीव्र पथ ग्रहों की गति
हैड ऑन दी प्लेटर (थाली में दिखेगा सिर्फ सिर)