जानकारी के अनुसार बाड़मेर जिले के विश्वकर्मा कॉलोनी निवासी छात्र करण कुमार (18) कोटा में रहकर मेडिकल की तैयारी कर रहा था। वह एक साल से कुन्हाड़ी के विकास नगर में किराए से रह कर कोचिंग कर रहा था। गुरुवार सुबह उसने पिता को फोन कर कहा, माफ करना, मैं मौत को गले लगा रहा हूं, इतना कहकर उसने फोन कट कर दिया और कमरे में छत के पंखे पर लगा रस्सी का फंदे पर झूल गया।
पिता ने मकान मालिक को फोन कर इसकी जानकारी दी। जब तक मकान मालिक कमरे में पहुंता, तब तक छात्र आत्महत्या कर चुका था। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतार एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। हालांकि आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। परिजनों के कोटा पहुंचने के बाद ही पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।
गौरतलब है कि कोटा में पूर्व में भी कई कोचिंग छात्र-छात्राएं आत्महत्याएं कर चुके हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने हॉस्टल संचालकों के साथ बैठक कर एक्शन प्लान भी तैयार किया लेकिन इच्छा शक्ति के अभाव में बच्चों की कॉउसलिंग को लेकर कोई कार्य नहीं हुआ।