बिजलीघरों के यह मापदण्ड बिगड़े अनलोडिंग में दोगुना समय लग रहा।
कोयला कोल यार्ड में खाली नहीं हो रहा। लाखों का डेमरेज यानी पैनल्टी लग रही।
ग्रॉस कैलोरिफिक वेल्यू 2500 से बढ़कर 3000 पहुंच गई।
हीट रेट में वृद्धि हो गई।
चार गुणा ऑयल की खपत बढ़ी। क्योंकि बायलर का तापमान मेंटेन करने में समय लग रहा। ऑयल गन लगानी पड़ रही है। महंगे ऑयल की खपत हो रही है।
ऐसे बढ़ी बिजली लागत बिजलीघरों से 3.25 से 3.60 रुपए प्रति यूनिट से बिजली की लागत आती है। गीले कोयले से अब 4 से 4.50 प्रति यूनिट लागत आएगी। इनका यह कहना
लोड अचीव नहीं हो रहा
बारिश के चलते छत्तीसगढ़ खदान से गीला कोयला आ रहा है। कोटा में प्रतिदिन चार रैक पहुंच रही है। इनमें से एक रैक गीले कोयले की निकल रही है। इससे लोड अचीव नहीं कर पा रहे हैं।
वीके गोलानी, मुख्य अभियंता, कोटा थर्मल
यूनिट दो बंद कर दी यूनिट दो मंगलवार को 36 घंटे के लिए बंद की गई है। बार-बार ट्रिपिंग से परेशानी आ रही थी। सारी स्थिति से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया है। कोयला अभी खराब ही आ रहा है। इससे उत्पादन पर तो असर होता है, यूनिट भी फु ल लोड पर नहीं चल पा रही है।
केएल मीणा, मुख्य अभियंता, कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट
अनलोडिंग में भी समय लग रहा छबड़ा सुपर थर्मल में गीला कोयला पहुंच रहा है। यहां तीन रैक रोजाना पहुंच रहा है। एक रैक में गीला कोयला पहुंच रहा है। इससे बिजली उत्पादन पर असर पड़ रहा है और अनलोडिंग में भी समय लग रहा है।
अजय सक्सेना, मुख्य अभियंता, छबड़ा सुपर थर्मल पावर स्टेशन