कुछ दिन पहले उनके भ्रष्टाचार में लिप्त होने की शिकायत मिली थी, जिसकी जांच चल रही थी। इसी बीच गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही कार्रवाई कर दी गई। उधर, देहात जिलाध्यक्ष सरोज मीणा ने पूरे प्रकरण से प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट को अवगत कराया। पार्टी के विधायक भरत सिंह ने यह मामला सामने आते ही मुख्यमंत्री और प्रदेशाध्यक्ष को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा था, लेकिन तब कार्रवाई नहीं हुई।
विधायक भरत सिंह ने जिला प्रमुख की गिरफ्तारी पर कहा, पार्टी कांग्रेस या भाजपा भ्रष्ट नेताओं को बर्दाश्त नहीं करना चाहिए। कोटा में जिला प्रमुख से पहले भाजपा से यूआईटी के अध्यक्ष रहे आर.के मेहता को भी गिरफ्तार किया गया, लेकिन भाजपा ने उन्हें पार्टी से नहीं निकाला न ही कोई नेता इस बारे में बोला।
कांग्रेस का जिला प्रमुख पकड़ा गया तो देरी से कार्रवाई हुई। जब भ्रष्ट लोगों राजनीतिक दलों में रहेंगे भ्रष्टाचार का नासूर ठीक नहीं होगा। पिछले साालों में कई सरपंच, नगरपालिका के प्रतिनिधि और प्रधानों के मामले आए, लेकिन राजनीतिक दलों के आगे होकर कार्रवाई नहीं की। प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार खत्म करने की बात करते हैं तो उनकी पार्टी को ऐसे मामलों में कार्रवाई करनी चाहिए।