प्रदेश में कांग्रेस की सरकार काबिज होते ही कोटा के प्रशासनिक ढांचे में बड़े फेरबदल की चर्चा थी। शीर्ष अधिकारियों से लेकर अलग-अलग विभागों में भाजपा विधायकों की पसंद के अधिकारी लगाए हुए थे। पिछले एक पखवाड़े में कोटा में करीब तीन सौ अधिकारियों व कर्मचारियों को इधर-उधर किया जा चुका है। इससे ज्यादा बदलाव पुलिस और नगर निगम में हुआ है। कोटा में पुलिस और प्रशासन की पूरी जाजम स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल के हिसाब से जमी है। गौरतलब है कि पिछले दिनों प्रभारी मंत्री के समक्ष कांग्रेस विधायकों और कार्यकर्ताओं ने कहा था कि लोकसभा चुनाव जीतना है कि भाजपा सरकार में लगाए गए अधिकारियों को बदलना होगा।
गुप्ता को निगम आयुक्त लगाया
राज्य सरकार ने सोमवार देर रात आरएएस अधिकारियों की जम्बो तबादला सूची जारी की है। इसमें नरेन्द्र गुप्ता को नगर निगम का आयुक्त का महत्वूपर्ण पद का जिम्मा सौंपा गया है। गुप्ता का पिछले सप्ताह वाणिज्यिक कर विभाग के उपायुक्त (प्रशासन) से जिला परिषद डूंगरपुर में सीईओ के पद पर किया गया था। गुप्ता भाजपा शासन में पूरे समय ही उपायुक्त जैसे अहम पद पर कार्यरत रहे। पिछली कांग्रेस सरकार ने अतिरिक्त शहर जिला कलक्टर समेत कई पदों पर कार्यरत थे। निगम आयुक्त जुगल किशोर मीणा को तबादला जयपुर प्रोक्योरमेंट राजस्थान चिकित्सा सेवा निगम में किया गया है। निगम के तीनों उपायुक्त पहले ही बदले जा चुका है।
राज्य सरकार ने सोमवार देर रात आरएएस अधिकारियों की जम्बो तबादला सूची जारी की है। इसमें नरेन्द्र गुप्ता को नगर निगम का आयुक्त का महत्वूपर्ण पद का जिम्मा सौंपा गया है। गुप्ता का पिछले सप्ताह वाणिज्यिक कर विभाग के उपायुक्त (प्रशासन) से जिला परिषद डूंगरपुर में सीईओ के पद पर किया गया था। गुप्ता भाजपा शासन में पूरे समय ही उपायुक्त जैसे अहम पद पर कार्यरत रहे। पिछली कांग्रेस सरकार ने अतिरिक्त शहर जिला कलक्टर समेत कई पदों पर कार्यरत थे। निगम आयुक्त जुगल किशोर मीणा को तबादला जयपुर प्रोक्योरमेंट राजस्थान चिकित्सा सेवा निगम में किया गया है। निगम के तीनों उपायुक्त पहले ही बदले जा चुका है।
सात दिन में न्यास उप सचिव बदले
सात दिन पहले नगर विकास न्यास में सचिव समेत तीनों उप सचिवों को बदल दिया गया था। सात दिन बाद ही उपायुक्तों को बदल दिया गया है। नए उप सचिव धारीवाल के नजदीकी आरडी मीणा के करीबी माने जाते हैं। अशोक मीणा तथा अम्बालाल मीणा को उप सचिव लगाया गया है। उप सचिव रही दीप्ति रामचन्द्र को सात दिन बाद ही वापस कोटा मे स्थानीय निकाय विभाग में उप निदेशक के पद पर लगा दिया है।
सात दिन पहले नगर विकास न्यास में सचिव समेत तीनों उप सचिवों को बदल दिया गया था। सात दिन बाद ही उपायुक्तों को बदल दिया गया है। नए उप सचिव धारीवाल के नजदीकी आरडी मीणा के करीबी माने जाते हैं। अशोक मीणा तथा अम्बालाल मीणा को उप सचिव लगाया गया है। उप सचिव रही दीप्ति रामचन्द्र को सात दिन बाद ही वापस कोटा मे स्थानीय निकाय विभाग में उप निदेशक के पद पर लगा दिया है।
यह अधिकारी बदले
पिछली सूची में न्यास के उप सचिव राजेश डागा को सहायक कलक्टर के पद पर लगाया था, लेकिन नई सूची में भवानीमंडी में उपखण्ड अधिकारी के अपेक्षित कम महत्व के पद पर लगाया गया है। डागा निगम में भी लम्बे समय तक उपायुक्त रहे हैं। डागा जमीनी स्तर पर काम करने वाले अधिकारी माने जाते है। डागा का तबादला निर्वाचन विभाग की गाइड लाइन के तहत माना जा रहा है। फैसलों का रिकॉर्ड बनाने पर चर्चा में आए एडीएम सिटी पंकज ओझा को अब एडीएम सहरिया विकास बारां से गंगापुर एडीएम सिटी लगा गया है। हनुमान गुर्जर को आरटीओ, सरोज ढाका को डागा के स्थान पर लगाया गया है।
पिछली सूची में न्यास के उप सचिव राजेश डागा को सहायक कलक्टर के पद पर लगाया था, लेकिन नई सूची में भवानीमंडी में उपखण्ड अधिकारी के अपेक्षित कम महत्व के पद पर लगाया गया है। डागा निगम में भी लम्बे समय तक उपायुक्त रहे हैं। डागा जमीनी स्तर पर काम करने वाले अधिकारी माने जाते है। डागा का तबादला निर्वाचन विभाग की गाइड लाइन के तहत माना जा रहा है। फैसलों का रिकॉर्ड बनाने पर चर्चा में आए एडीएम सिटी पंकज ओझा को अब एडीएम सहरिया विकास बारां से गंगापुर एडीएम सिटी लगा गया है। हनुमान गुर्जर को आरटीओ, सरोज ढाका को डागा के स्थान पर लगाया गया है।