विधानसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद अब कांग्रेस पर हाड़ौती में दोबारा मजबूती से चुनाव लडऩे का दबाव है। ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशियों के चयन में कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहती। कांग्रेस की ओर से कोटा-बूंदी संसदीय सीट पर पूर्व सांसद और पीपल्दा विधायक रामनारायण मीणा का नाम सबसे आगे है। जातिगत समीकरणों को इसकी सबसे बड़ी वजह बताया जा रहा है। इस संसदीय सीट पर मीणा समुदाय के लगभग 3 लाख वोटर्स है। मीणा 1996 में यहां से सांसद रहे है।
इधर कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी रामनारायण मीणा ने पत्रिका से बातचीत में कहा कि टिकट को लेकरपार्टी की ओर से उन्हें इस बात की कोई सूचना नहीं दी गई है। उन्हें इस बात का अनुमान भी नहीं है कि वे प्रत्याशी हो सकते हैं। उन्होंने कहा, मुझे प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चा की जानकारी पार्टी की ओर से नहीं मिली। मुझे मीडिया से पता चला कि मेरे नाम की चर्चा चल रही है, मैं साधारण कार्यकर्ता हूं, पार्टी में कई बेहतर नेता हैं, जो प्रत्याशी बन सकते हैं।
इधर कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी रामनारायण मीणा ने पत्रिका से बातचीत में कहा कि टिकट को लेकरपार्टी की ओर से उन्हें इस बात की कोई सूचना नहीं दी गई है। उन्हें इस बात का अनुमान भी नहीं है कि वे प्रत्याशी हो सकते हैं। उन्होंने कहा, मुझे प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चा की जानकारी पार्टी की ओर से नहीं मिली। मुझे मीडिया से पता चला कि मेरे नाम की चर्चा चल रही है, मैं साधारण कार्यकर्ता हूं, पार्टी में कई बेहतर नेता हैं, जो प्रत्याशी बन सकते हैं।
जाति नहीं इस वजह से मिलेगा टिकट
जातिगत वोट बैंक के आधार पर टिकट की चर्चा को लेकरउन्होंने कहा, मैं पुराना लीडर हूं, देश में एक अकेला ऐसा हूं जो दस बार सामान्य सीट से चुनाव लड़ा हूं। यह इसलिए हो पाया कि आम जनता की स्वीकार्यता है, जात का वहां घिनोना प्रचार वहां होता है जहां प्रत्याशी सही नहीं होता उसके बाद भी उसे जात के आधार पर आगे बढ़ाने की कोशिश की जाती है। ऐसे में कांग्रेस जात के आधार पर नहीं जनता में स्वीकार्यकर्ता के आधार पर टिकट का फैसला करेगी। चुनावी तैयारी को लेकर मीणा ने कहा, तैयारी मतदाताओं और पार्टी की होती है, मुझसे कहा ही नहीं गया है।
उन्होंने कहा, भाजपा की सूची आ चुकी है, ऐसे में कांग्रेस भी सूची इसी माह जारी होने की उम्मीद है।
जातिगत वोट बैंक के आधार पर टिकट की चर्चा को लेकरउन्होंने कहा, मैं पुराना लीडर हूं, देश में एक अकेला ऐसा हूं जो दस बार सामान्य सीट से चुनाव लड़ा हूं। यह इसलिए हो पाया कि आम जनता की स्वीकार्यता है, जात का वहां घिनोना प्रचार वहां होता है जहां प्रत्याशी सही नहीं होता उसके बाद भी उसे जात के आधार पर आगे बढ़ाने की कोशिश की जाती है। ऐसे में कांग्रेस जात के आधार पर नहीं जनता में स्वीकार्यकर्ता के आधार पर टिकट का फैसला करेगी। चुनावी तैयारी को लेकर मीणा ने कहा, तैयारी मतदाताओं और पार्टी की होती है, मुझसे कहा ही नहीं गया है।
उन्होंने कहा, भाजपा की सूची आ चुकी है, ऐसे में कांग्रेस भी सूची इसी माह जारी होने की उम्मीद है।