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भारत ही नहीं देश-विदेश में भी हो रही हिंदी की प्रगति, RAPP में भी बढ़ा प्रयोग

locationकोटाPublished: Jan 11, 2018 01:18:52 pm

Submitted by:

shailendra tiwari

भारत ही नहीं देश-विदेश में हिंदी लगातार प्रगति कर रही है। हमारी रावतभाटा साइट (आरएपीपी) पर भी राजभाषा कार्यान्वयन में वृद्धि हुई है।

रावतभाटा के आरएपीपी प्लान्ट

रावतभाटा के आरएपीपी प्लान्ट में बुधवार को हिन्दी दिवसीय पर मंचासीन अतिथि।

रावतभाटा.
भारत ही नहीं देश-विदेश में हिंदी लगातार प्रगति कर रही हंै। हमारी साइट (आरएपीपी) पर भी राजभाषा कार्यान्वयन में वृद्धि हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि आरएपीपी को इस वर्ष उत्कृष्ट राजभाषा कार्यान्वयन के लिए अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक शील्ड भी प्राप्त हुई है। यह बात आरएपीपी में बुधवार को विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर आयोजित राजभाषा वार्ता में मुख्य अतिथि के रूप में आरएपीपी के स्थल निदेशक विजय कुमार जैन ने कही।
मानव संसाधन प्रमुख के जी चंद्रशेखरन नेे विश्व हिंदी दिवस पर अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के संदेश का वाचन किया। जिसमें हिन्दी का अधिक से अधिक का उपयोग करने व इसका प्रचार-प्रसार करने की बात कही गई।
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कई देशों में जुबां पर चढऩे लगी हिन्दी –
वार्ता के उद्घाटन सत्र में स्वागत भाषण एवं विश्व हिंदी दिवस की प्रस्तावना प्रबंधक (राजभाषा) महावीर शर्मा ने प्रस्तुत करते हुए कहा कि हिंदी न केवल भारत में अपितु विश्व के अनेक देशों में पढ़ी और पढ़ाई जा रही है। इतना ही नहीं आज विश्व में तीन देशों के राष्ट्र अध्यक्ष भारतीय मूल से ही हैं।
कार्यक्रम में सेवानिवृत व्याख्याता संयुक्त निदेशक (राजभाषा) बी.ए.आर.सी आरपी विश्वकर्मा ने राजभाषा हिंदी ऐतिहासिकता, वैज्ञानिकता एवं भाषायी दर्शन विषय पर अपनी प्रस्तुति दी। विश्व हिंदी दिवस एवं राजभाषा वार्ता का संचालन जगन्नाथ गुप्ता हिंदी अधिकारी ने किया एवं श्रोताओं को राजभाषा वार्ता के माध्यम से अधिकाधिक लाभ प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया। विश्व हिंदी दिवस के संचालन में अर्चना श्रीवास्तव, हिंदी अनुवादक, बसंत कुमार सिंह, हिंदी अनुवादक एवं सुभाष नारवाल, हिंदी अनुवादक ने समन्वय किया। गोविंद सिंह राणा एवं सूरजमल पारेता ने अपनी भूमिका अदा की।

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हिन्दी का प्रचार-प्रसार करना उद्देश्य –
प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन 10 जनवरी 1975 को नागपुर में आयोजित किया गया था। जिसका उद्देश्य संपूर्ण विश्व में हिंदी का प्रचार-प्रसार करना था। इसी उपलक्ष्य में केन्द्र सरकार के कार्यालयों में विश्व हिन्दी दिवस का आयोजन किया जाता है।

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