जो लोग घरों में ही क्वारेंटीन नियमों का पालन कर रहे हैं, उन पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इन नियमों का पहली बार उल्लंघन करने वालों की समझाइश की जाती है। इसके बाद भी यदि उनके नियमों को तोड़ा जाता है, तो उन्हें संस्थागत क्वारेंटीन में भेज दिया जाता है। होम क्वारेंटीन में रह रहे लोगों की कोविड क्वारेंटीन एलर्ट सिस्टम के जरिए मॉनिटरिंग की जा रहा है। यह एप्लीकेशन सूचना एवं तकनीक विभाग के द्वारा विकसित किया गया है। क्वारेंटीन व्यक्ति द्वारा नियम का उल्लंघन करते ही इसके द्वारा सूचना मिल जाती है, तथा तत्काल कार्यवाही की जाती है।
प्रवासी श्रमिकों के प्रदेश में लौटने पर उनकी बॉर्डर पर ही स्क्रीनिंग की जा रही है। स्क्रीनिंग के दौरान किसी भी प्रकार के लक्षण नहीं पाए जाने की स्थिति में उन्हें घर में ही क्वारेंटीन रहने के लिए कहा जाता है। लक्षण मिलने की स्थिति में व्यक्ति को संस्थागत क्वारेंटीन किया जाता है।