scriptराजस्थान के इस शहर में कोरोना आक्रमण | Corona Attack in this city of Rajastha | Patrika News

राजस्थान के इस शहर में कोरोना आक्रमण

locationकोटाPublished: May 28, 2020 12:23:37 pm

Submitted by:

Jaggo Singh Dhaker

संक्रमण को देखते हुए प्रदेश में लौटने वाले प्रवासी श्रमिकों के लिए 14 दिन की अवधि के लिए क्वारेंटीन नियम का पालन करना आवश्यक किया है। इस नियम को तोडऩे वालों के विरुद्ध सरकार सख्त कदम उठा रही है। अब तक एक हजार 306 लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जा चुकी है।

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कोटा. राजस्थान के हाड़ौती संभाग के झालावाड़ में गुरुवार को बड़े कोरोना वायरस आक्रमण का खुलासा हुआ। यहां एक दिन में 69 कोरोना पॉजिटिव रोगी मिले हैं। इससे एक दिन पहले बुधवार को एक साथ 64 पॉजिटिव रोगी सामने आए थे। अब झालावाड़ जिले में कुल 204 पॉजिटिव हो गए हैं। दो दिन में तेजी से संक्रमण का आंकड़ा बढ़ा है। इसके अलावा कोटा में 8, दौसा में 4, चुरू में 5, जयपुर में 7, भरतपुर में 12, झुंझुनूं में 7, नागौर में 5 और अजमेर में भी एक केस सामने आया है। राजस्थान में अब तक 7947 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। कोटा जिले में कुल 422 केस सामने आ चुके हैं। इनमें से 313 रोगी ठीक हो चुके हैं।
संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए प्रदेश में लौटने वाले प्रवासी श्रमिकों तथा अन्य लोगों के लिए 14 दिन की अवधि के लिए क्वारेंटीन नियम का पालन करना आवश्यक किया है। इस नियम को तोडऩे वालों के विरुद्ध सरकार सख्त कदम उठा रही है। अब तक एक हजार 306 लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जा चुकी है।
जो लोग घरों में ही क्वारेंटीन नियमों का पालन कर रहे हैं, उन पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इन नियमों का पहली बार उल्लंघन करने वालों की समझाइश की जाती है। इसके बाद भी यदि उनके नियमों को तोड़ा जाता है, तो उन्हें संस्थागत क्वारेंटीन में भेज दिया जाता है। होम क्वारेंटीन में रह रहे लोगों की कोविड क्वारेंटीन एलर्ट सिस्टम के जरिए मॉनिटरिंग की जा रहा है। यह एप्लीकेशन सूचना एवं तकनीक विभाग के द्वारा विकसित किया गया है। क्वारेंटीन व्यक्ति द्वारा नियम का उल्लंघन करते ही इसके द्वारा सूचना मिल जाती है, तथा तत्काल कार्यवाही की जाती है।
प्रवासी श्रमिकों के प्रदेश में लौटने पर उनकी बॉर्डर पर ही स्क्रीनिंग की जा रही है। स्क्रीनिंग के दौरान किसी भी प्रकार के लक्षण नहीं पाए जाने की स्थिति में उन्हें घर में ही क्वारेंटीन रहने के लिए कहा जाता है। लक्षण मिलने की स्थिति में व्यक्ति को संस्थागत क्वारेंटीन किया जाता है।
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