हालांकि राष्ट्रगान व कुलगीत की रस्म अदा की गई। समारोह में कुलाधिपति ने स्वर्ण पदक राकेश एम., कुलपति स्वर्ण पदक पुष्पेन्द्र कुमार, स्नातकोत्तर स्वर्ण पदक राकेश एम. व अपूर्वा पालेड, स्नातक स्वर्ण पदक पुष्पेन्द्र कुमार व रेनू को प्रदान किए। समारोह में कुल 135 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की गई। इनमें विज्ञान स्नातक उद्यानिकी में 51, विज्ञान स्नातक वानिकी में 15, विज्ञान स्नातक कृषि में 54, विज्ञान निष्णात उद्यानिकी में 15 छात्र शामिल हैं।
कुलाधिपति ने संविधान उद्यान का ई-शिलान्यास व 2 पुस्तकों का ई-विमोचन भी किया गया। इसमें रिसर्च हाईलाइट्स 2017-19 व कृषि विवि कोटा एक परिदृश्य हैं। समारोह में प्रबंध मण्डल, विद्या परिषद सदस्य, निदेशक, अधिष्ठाता, कुलसचिव उपस्थित रहे। अन्त में कुलसचिव ममता तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
शिक्षा का उपयोग मात्र जीविकोपार्जन के लिए नहीं
समारोह में कुलाधिपति ने कहा कि शिक्षा का उपयोग मात्र जीविकोपार्जन के लिए नहीं, बल्कि जीवन के सर्वागींण विकास के लिए जरुरी है। नई शिक्षा नीति विद्यार्थियों के चहुंमुखी विकास के लिए जरूरी है। कोविड- 19 महामारी की आपदा को अवसर में बदलने के लिए कृषि विवि कोटा ने प्रवासी मजदूरों के रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण आयोजित कर उनको आत्मनिर्भर बनाया। कृषि शिक्षा, अनुसंधान व प्रसार को सशक्त करने के लिए विवि ऐसे व्यवसायिक पाठ्यक्रम व कार्यक्रमों को लागू करें, जिनका दीर्घकालीन लाभ विद्यार्थियों एवं उनके जरिए देश की अर्थव्यवस्था को मिले। अतिथि पद्म भूषण डॉ. आर.एस. परोदा ने कृषि विवि कोटा को राज्य सरकार द्वारा अधिक बजट एवं सुविधाएं प्रदान करने व प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन को बढ़ावा देने की आवश्यकता जताई। समारोह में विवि कुलपति डी.सी. जोशी ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।