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कई देशों में कोरोना संक्रमण फिर से खतरनाक हुआ

locationकोटाPublished: Nov 28, 2021 12:42:13 am

Submitted by:

Jaggo Singh Dhaker

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य स्तरीय बैठक में गहरी चिंता जताई है। इसमें कोटा के अधिकारियों ने भी भाग लिया। उन्होंने कहा, विश्व के कई देशों में कोरोना संक्रमण फिर से खतरनाक स्थिति में है। रूस में अस्पतालों में बैड नहीं मिल रहे हैं और जर्मनी में हाल ही में काफी लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है।
 

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– 203 नमूनों की जांच में मिले 0 संक्रमित

कोटा. कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान लोगों ने मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य एहतियात बरती, लेकिन पिछले कुछ समय से कोविड प्रोटोकॉल की पालना को लेकर लोग लापरवाह हो रहे हैं। इस बात पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को राज्य स्तरीय बैठक में गहरी चिंता जताई है। उन्होंने कहा, विश्व के कई देशों में कोरोना संक्रमण फिर से खतरनाक स्थिति में है। रूस में अस्पतालों में बैड नहीं मिल रहे हैं और जर्मनी में हाल ही में काफी लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। ऐसे में, यहां भी हमें काफी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने आयोजनों एवं अन्य भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क लगाने की पालना सुनिश्चित करने को कहा। मुख्यमंत्री ने दक्षिण अफ्रिका, बोत्स्वाना सहित कुछ देशों में फैले कोविड के नए वैरियंट ‘ओमिक्रॉनÓ का जिक्र करते हुए कहा कि यह वैरियंट काफी तेजी से फैल रहा है एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे वैरियंट ऑफ कंसर्न माना है। इसी को देखते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट पर रहते हुए आवश्यक तैयारियां रखें। उन्होंने वैक्सीनेशन की गति बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके हैं और इम्यूनिटी कमजोर है, उनको बूस्टर डोज लगाने की अनुमति के लिए केन्द्र सरकार से लगातार मांग की जा रही है। इस सम्बन्ध में उन्होंने पिछले दिनों प्रधानमंत्री को लिखे पत्र का भी जिक्र किया।
गहलोत ने कहा कि कोरोना के दौरान विधवा हुई महिलाओं, अनाथ बच्चों एवं कोरोना के दौरान ड्यूटी पर रहते हुए संक्रमण से जान गंवाने वाले सरकारी कर्मचारियों, संविदाकर्मियों के साथ ही पत्रकारों के लिए राज्य सरकार ने पैकेज घोषित किया था। जिला कलक्टर ऐसे मामलों की पर्याप्त मॉनिटरिंग करते हुए संवेदनशील तरीके से पात्र लोगों को समय पर पैकेज का लाभ पहुंचाने को प्राथमिकता दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि हैल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाना राज्य सरकार की प्राथमिकता में है। कोविड संक्रमण की पहली एवं दूसरी लहर में राज्य सरकार ने सभी के सहयोग से शानदार प्रबंधन करते हुए संसाधनों एवं धनराशि की कोई कमी नहीं आने दी थी। इस बार भी किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए कोई कमी नहीं रखी जाएगी। प्रदेश में सार्वजनिक स्थानों पर कोविड उपयुक्त व्यवहार की पालना के साथ ही टेस्टिंग, टे्रकिंग एण्ड ट्रीटमेंट पर फोकस किया जा रहा है। जिन्होंने पहला डोज नहीं लगवाया है, उन्हें टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जा रहा है। विशेषज्ञ चिकित्सकों ने नए वैरियंट ‘ओमिक्रॉनÓ को काफी खतरनाक एवं घातक बताया और कहा कि इसका म्यूटेशन डेल्टा से अधिक है और यह जल्दी ट्रांसमिट हो रहा है। विशेषज्ञों ने कहा कि भारत में इसका संक्रमण फैला तो खतरा काफी बढ़ जाएगा। उनका कहना था कि जिन लोगों के वैक्सीन की दोनो डोज लग चुकी हैं, उनके संक्रमित होने पर भी जान जाने का खतरा कम है। विशेषज्ञों ने कोविड उपयुक्त व्यवहार की अनुपालना एवं सभी लोगों को वैक्सीन के दोनों डोज लगाने पर जोर दिया। इसके साथ ही मेडिकल प्रोफेशनल्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स एवं संक्रमण का सीधा खतरा झेल रहे लोगों के लिए बूस्टर डोज की तैयारी रखने की सलाह दी। एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भण्डारी, एसएमएस के पूर्व अधीक्षक डॉ. वीरेन्द्र सिंह उपस्थित थे। समस्त जिलों के कलक्टर, एसएमएस के विशेषज्ञ चिकित्सक, जिलों के सीएमएचओ, पीएमओ एवं चिकित्सा विभाग के अन्य अधिकारी वीसी के माध्यम से जुड़े।
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