कोटा में फूटा कोरोना बम, एकसाथ 9 और पॉजिटिव केस
सामने आए दफनाते समय शव को पॉलीथिन में पैक रखा गया। तहसीलदार और कार्यपालक मजिस्ट्रेट गजेन्द्र सिंह और मृतक का पुत्र और भांजा मौके पर मौजूद थे, लेकिन प्रोटोकॉल के कारण उन्हें वहां से दूर रखा गया। अंतिम क्रिया दूर से देखने की अनुमति थी। इस प्रक्रिया के लिए पांच सफाईकर्मियों को प्रोटेक्शन किट दिए गए। मोर्चरी में खुद व शव को सेनेटाइज किया गया। मृतक के पुत्र ने कागजी कार्रवाई पर दस्तख्त किए। उसके बाद शव को पैक किया और दोपहर ढाई बजे 108 एम्बुलेंस चालक की सहायता से स्टेशन क्षेत्र स्थित कैलाशपुरी कब्रिस्तान लेकर पहुंचे। उसके बाद शव को सुरक्षित दफनाया। उसके बाद मोर्चरी व एम्बुलेंस को दोबारा सेनेटाइज किया। इस प्रक्रिया में डेढ़ घंटे लग गया। सूत्रों ने बताया कि इन पांचों सफाईकर्मियों को अब क्वारनटाइन में रखा जाएगा।
सामने आए दफनाते समय शव को पॉलीथिन में पैक रखा गया। तहसीलदार और कार्यपालक मजिस्ट्रेट गजेन्द्र सिंह और मृतक का पुत्र और भांजा मौके पर मौजूद थे, लेकिन प्रोटोकॉल के कारण उन्हें वहां से दूर रखा गया। अंतिम क्रिया दूर से देखने की अनुमति थी। इस प्रक्रिया के लिए पांच सफाईकर्मियों को प्रोटेक्शन किट दिए गए। मोर्चरी में खुद व शव को सेनेटाइज किया गया। मृतक के पुत्र ने कागजी कार्रवाई पर दस्तख्त किए। उसके बाद शव को पैक किया और दोपहर ढाई बजे 108 एम्बुलेंस चालक की सहायता से स्टेशन क्षेत्र स्थित कैलाशपुरी कब्रिस्तान लेकर पहुंचे। उसके बाद शव को सुरक्षित दफनाया। उसके बाद मोर्चरी व एम्बुलेंस को दोबारा सेनेटाइज किया। इस प्रक्रिया में डेढ़ घंटे लग गया। सूत्रों ने बताया कि इन पांचों सफाईकर्मियों को अब क्वारनटाइन में रखा जाएगा।