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लॉकडाउन में दर्शन नहीं, सेवा में हुआ बदलाव

locationकोटाPublished: Mar 30, 2020 07:07:57 am

Submitted by:

Jaggo Singh Dhaker

मौसम के अनुसार आया परिवर्तन

कोटा. कोरोना वायरस के संक्रमण व लॉकडाउन के चलते मंदिर पिछले दिनों से दर्शनार्थियों के लिए नहीं खुल रहे। लेकिन, मंदिरों में परम्पराओं के अनुसार सेवा का क्रम जारी है। शहर के कई देवालयों में मौसम के अनुसार ठाकुरजी की सेवा होती है। इसी के चलते गर्मी की आहट के साथ ही कई मंदिरों में ठाकुरजी की पौषाक, भोग व दिनचर्या में बदलाव किया गया है।
मंदिर समितियों व ट्रस्ट पदाधिकारियों के अनुसार कुछ मंदिरों में फूलडोल से गर्मी की सेवा का क्रम शुरू हो जाता है, कहीं चैत्र नवरात्र की नवमी से बदलाव आएगा। देवस्थान विभाग के फूल बिहारीजी, बृजनाथजी, दाऊजी समेत अन्य मंदिरों में ठाकुरजी की सेवा में होली से कुछ बदलाव किया गया है।
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फूल बिहारीजी मंदिर टिपटा नंदग्राम के पुजारी अश्विन कुमार के अनुसार हालांकि मंदिर फिलहाल दर्शनार्थियों के लिए बंद है, लेकिन परम्परा के अनुसार उत्थापन गर्मी में 3.30 के स्थान पर 4 व शयन 6 के स्थान पर 6.30 बजे करवाया जा रहा है। दाल, चावल, मठरी के साथ ठाकुरजी को अंगूर, संतरा व अन्य मौसमी फल अर्पित किए जा रहे हैं। रंगबाड़ी स्थित बांके बिहारी मंदिर में अब जरी व साठन के स्थान पर झीने व सूती वस्त्रों से निर्मित पौशाक धारण करवाई जा रही है। आभूषणों के स्थान पर माला धारण करवाई जा रही है। इधर पाटनपोल स्थित मथुराधीशजी के मंदिर में फिलहाल बदलाव नहीं किया गया है।
लॉक डाउन से रुका अवैध खनन
कोटा. लॉक डाउन से भले अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा हो, लेकिन पर्यावरण को तो फायदा भी हुआ है। वाहनों की आवाजाही रुकने से जहां वायु प्रदूषण घटा है। वहीं अवैध खनन पर भी बेडिय़ां पड़ी हैं। लॉकडाउन के चलते जिलों की सीमाबंदी के चलते अवैध खनन माफिया खुद भी खनन व अन्य वन विरोधी गतिविधियों से दूर हो गए हैं। विभाग के अधिकारियों की मानें तो सप्ताह भर में किसी भी रेंज में अवैध खनन व अतिक्रमण की शिकायत नहीं आई है। इसी माह शुरुआती दिनों में वन विभाग ने दर्जन भर से अधिक कार्रवाईयां की थीं। 2 मार्च को चंबल घडिय़ाल अभयारण्य में चंबल में अवैध खनन में उपयोग आने वाली 17 नावों को नष्ट किया था।
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इसी दौरान ट्रैक्टर ट्रॉलियों को भी जब्त किया गया। चंबल घडिय़ाल अभयारण्य के उप वन संरक्षक फुरकान अली ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण व लॉक डाउन के बाद कोई शिकायत नहीं है। लाडपुरा रेंज के क्षेत्रीय वन अधिकारी संजय नागर के अनुसार रेंज में गत 21 मार्च को दो ट्रैक्टर ट्रॉलियों को पकड़ा था। सकतपुरा में भी ट्रैक्टर ट्रॉलियां पकड़ी गईं। उसके बाद से शांति है। जिलों की सीमा पर चौकसी से बढ़ी मुसीबत : अवैध खनन के लिए वाहनों की आवश्यकता पड़ती है। लॉक डाउन के कारण वाहनों के आवागमन पर भी पाबंदी है।

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