चीन, मलेशिया व इटली से लौटे एक दर्जन लोग जिले में उनके घरों पर रह रहे हैं। चिकित्सा विभाग की ओर से उन्हें उनके घरों में ही अलग कमरे में आइसोलेट रखा हुआ है तथा नियमित रूप से उनकी सेहत की जानकारी ली जा रही है। मांगरोल कस्बे में इटली से लौटा करीब 26 वर्षीय छात्र भी उसके घर पर स्वस्थ है। अब तक 103 चिकित्सक व 8 22 आशा समेत करीब एक हजार लोागों को कोरोना का प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
बीते कुछ दिनों में जिले के 12 लोग चीन, मलेशिया व इटली से लौटे है। पढ़ाई करने गए जिले के एक छात्र व एक छात्रा सात जनवरी को चीन से भारत पहुंचे थे। इसके करीब एक माह बाद 8 फरवरी को चार छात्र-छात्राएं भारत पहुंचे। इनमें से चीन के वुहान शहर में रहने वाली एक छात्रा को पहले दिल्ली में रखा गया था। वहां उसकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव मिली। अब उक्त सभी छह छात्र बारां जिले में है। इसके बाद मलेशिया से लौटे जिले के व्यापारियों के दल में शामिल छबड़ा, समरानिया, केलवाड़ा, मांगरोल, अटरू के पांच यात्रियों की सेहत पर भी नजर रखी जा रही है। वहीं गत 8 मार्च को मांगरोल निवासी एक छात्र इटली से लौटा है।