scriptराजस्थान में भ्रष्टाचार: सहायक कलक्टर व डिप्टी कलक्टर फंसे | Corruption in Rajasthan: Assistant Collector and Deputy Collector stra | Patrika News
कोटा

राजस्थान में भ्रष्टाचार: सहायक कलक्टर व डिप्टी कलक्टर फंसे

राजस्थान के दौसा जिले के दो डिप्टी कलक्टर कुछ दिन पहले भारतमाला प्रोजेक्ट में निजी कंपनी को परेशान नहीं करने के एवज में रिश्वत लेते गिफ्तार हुए थे। वैसा ही मामला कोटा जिले में सामने आया है। यहां भी दो आरएएस अधिकारी भ्रष्टाचार प्रकरण में फंस गए हैं।

कोटाFeb 06, 2021 / 06:21 am

Jaggo Singh Dhaker

acb arrested discom engineer for taking bribe in balesar jodhpur

एसीबी ने दिया बालेसर में बड़ी कार्रवाई को अंजाम, डिस्कॉम का सहायक अभियंता व चालक गिरफ्तार

कोटा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) कोटा की टीम ने शुक्रवार को एक किसान की जमीन के मुआवजे के मामले में एक लाख की घूस लेते हुए कोटा के डिप्टी कलक्टर कार्यालय के सूचना सहायक व एक दलाल को गिरफ्तार किया है। घूस मामले में एसीबी ने दो आरएएस अधिकारी व एक नायब तहसीलदार को रडार पर लिया है। एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चन्द्रशील ने बताया कि सहायक कलक्टर (मुख्यालय) बालकृष्ण तिवारी और कोटा के डिप्टी कलक्टर दीपक मित्तल तथा मण्डाना के नायब तहसीलदार विनय चतुर्वेदी की प्रकरण में पूर्व में ली गई रिश्वत राशि तथा बरामद रिश्वत राशि के लेन-देन में प्रथम दृष्टया संलिप्तता प्रकट हुई है। आरोपियों पर दूसरे पक्ष के पक्ष में जमीन का फैसला देने के लिए पांच लाख रुपए की घूस लेने का आरोप है।
एएसपी चन्द्रशील ने बताया कि परिवादी हेमराज ने 4 फरवरी को शिकायत दी थी कि ग्राम गोपालपुरा, बीलखेड़ी में उनकी संयुक्त खाते की कृषि भूमि है। विभाजन के विवाद में परिवादी के पक्ष में फैसला करवाने के लिए दलाल बलराम मीणा के जरिए सूचना सहायक एकांत ने फैसला करवाने तथा खाते में मुआवजे के रुपए डलवाने के लिए सहायक कलक्टर कोटा, डिप्टी कलक्टर लाडपुरा, कोटा व उसके स्वयं के लिए चार लाख रुपए की मांग की। घूस नहीं देने पर सहायक कलक्टर न्यायालय की ओर से 1 फरवरी को फैसला दिया, जिसमें विभाजन में जमीन चचेरे भाई जमनालाल के नाम कर दर्ज करने के आदेश दिए। फैसले के बाद परिवादी ने एसीएम कोटा के फैसले की अपील व फैसले पर स्टे आदेश के लिए वाद दायर किया। जिसमें सुनवाई के लिए 8 फरवरी की तारीख दी।
परिवादी ने इसकी शिकायत 4 फरवरी को एसीबी को की। सत्यापन में सूचना सहायक एकांत व दलाल बलराम मीणा ने एक लाख रुपए की मांग की। शुक्रवार को दलाल बलराम मीणा को एक लाख रुपए की घूस लेते हुए एरोड्राम सर्किल पर गिरफ्तार किया। दलाल को रिश्वत की राशि लेकर सूचना सहायक ने थेकड़ा अक्षरधाम कॉलोनी के पास बुलाया। जहां उसे भी डिटेन किया गया।

Home / Kota / राजस्थान में भ्रष्टाचार: सहायक कलक्टर व डिप्टी कलक्टर फंसे

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो