cows were in a hell-like atmosphere, 13 workers absent from duty
कोटा. नगर निगम की बंधा धर्मपुरा गोशाला और कायन हाउस में अव्यवस्थाओं का आलम है। नगर निगम की निगरानी व्यवस्था चौपट हो चुकी है। इसका ठेकेदार फायदा उठा रहे हैं। पूरी लेबर नहीं लगाते हैं। इस कारण गोशाला में सफाई तक नहीं हो पा रही है। गोशाला समिति अध्यक्ष पवन अग्रवाल ने रविवार को गोप्रेमी व समाजसेवी जितेन्द्र फतनानी, गोविंद सोनी, राजेन्द्र बाठला, मोन्टू पारासर के साथ कायन हाउस का औचक निरीक्षण किया तो पांच कर्मचारी गायब मिले। उन्होंने इस बारे में उपाुयक्त कीर्ति राठौड़ को अवगत कराया और अनुपस्थिति दर्ज करवाई। अग्रवाल ने बताया कि कायन हाउस में दीवार का काम शुरू कर दिया है। गोवंश को नए परिसर में शिफ्ट कर दिया है। सफाई के लिए कर्मचारियों को पाबंद कर दिया है। उन्होंने बताया कि कायन हाउस में विकास कार्यों के लिए 25 लाख का टेण्डर छह माह पहले हो गया, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण अभी तक काम शुरू नहीं हुआ। गोवंश की दुर्दशा के लिए सीधे तौर पर अधिकारी जिम्मेदार हैं। अग्रवाल ने अधिशासी अभियंता ए.क्यू. कुरैशी को कहा है कि उनके वार्ड में जो काम चल रहे हैं, उसमें से पांच लाख के काम काउन हाउस में करवा दिए जाएं, ताकि गोवंश सरक्षित रह सके। इसके बाद उन्होंने बंधा धर्मपुरा गोशाला का निरीक्षण किया तो यहां 13 कर्मचारी नदारद मिले। इन कर्मचारियों की गैर हाजिरी लगा दी है। कार्रवाई के लिए उपायुक्त को सूचना दे दी है। गोशाला में सफाई के लिए कर्मचारियों को पाबंद किया है। कचरा उठाने के लिए तीन टिपर लगा रखे हैं, लेकिन निगरानी की व्यवस्था नहीं है। फतनानी ने कहा कि सामाजिक संगठनों के सहयोग से गोवंश के लिए चारे और दवाइयों की व्यवस्था की जाएगी।
Home / Kota / नर्क जैसे माहौल में थीं गायें, देखरेख करने वाले 13 कर्मचारी ड्यूटी से नदारद