scriptआईआईटी की हर 5 में से 1 सीट पर दिखेंगी बेटियां | Daughters will be seen in 1 out of every 5 seats of IIT | Patrika News

आईआईटी की हर 5 में से 1 सीट पर दिखेंगी बेटियां

locationकोटाPublished: Sep 26, 2020 01:32:14 pm

Submitted by:

Abhishek Gupta

कोरोना काल में होनहार बेटियों के लिए खुशखबरी। इस वर्ष 23 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) के बीटेक प्रोग्राम में 20 प्रतिशत गल्र्स को आरक्षित सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा।
 

आईआईटी की हर 5 में से 1 सीट पर दिखेंगी बेटियां

आईआईटी की हर 5 में से 1 सीट पर दिखेंगी बेटियां

कोटा. कोरोना काल में होनहार बेटियों के लिए खुशखबरी। इस वर्ष 23 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) के बीटेक प्रोग्राम में 20 प्रतिशत गल्र्स को आरक्षित सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। आईआईटी दिल्ली द्वारा 27 सितंबर को आयोजित होने वाली जेईई-एडवांस्ड -2020 परीक्षा का रिजल्ट 5 अक्टूबर को घोषित किया जाएगा। उसके बाद जोसा द्वारा ऑनलाइन काउंसलिंग के लिए आवेदन व सीट आवंटन की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2017 तक आईआईटी में छात्राओं की औसत संख्या 9 प्रतिशत होने से केंद्र सरकार ने उच्च तकनीकी शिक्षा में छात्राओं के अनुपात को संतुलित करने के लिए 2018 में गल्र्स के लिए 550 (14 प्रतिशत) सुपरन्यूमरेरी सीटें बढ़ाने का फैसला किया था। ये सीटें सभी आईआईटी में सामान्य सीटों के अलावा अतिरिक्त रूप से बढ़ाई गई हैं। 2019 में गल्र्स रिजर्वेशन बढ़ाकर 1122 (17.19 प्रतिशत) किया गया। सरकार का लक्ष्य था कि 2020 तक प्रत्येक आईआईटी में 5 में से एक छात्रा को प्रवेश दिया जाए। जिससे इस वर्ष 20 प्रतिशत छात्राओं को ऑल इंडिया गल्र्स रैंक के आधार पर आईआईटी व मनपसंद ब्रांच में एडमिशन मिल जाएगा। —————- गत वर्ष 2307 बेटियां आईआईटी मेंआईआईटी रूडकी की रिपोर्ट के अनुसार, 2019 में 23 आईआईटी की कुल 13,607 सीटों के लिए 38,705 परीक्षार्थियों को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया था। जेईई-मेन-2019 से 36,669 गल्र्स में से 5,356 जेईई-एडवांस्ड के लिए क्वालिफ ाई घोषित की गई थी। जिसमें गल्र्स केटेगरी टॉपर को 372 में से 308 अंक मिले थे। गत वर्ष कुल 2307 गल्र्स ने विभिन्न आईआईटी में एडमिशन लिया। इसमें 1122 गल्र्स (17.19 प्रतिशत) को सुपरन्यूमरेरी सीटों पर प्रवेश मिला है।——— इस वर्ष 1000 सीटें बढऩे की उम्मीदेंआईआईटी बोर्ड के आंकडों के अनुसार, नए तथा पुराने आईआईटी में सीटों की संख्या प्रतिवर्ष नियमानुसार बढ़ाई जाती है। इसके अलावा गल्र्स के लिए सुपरन्येमरेरी सीटों में भी 3 प्रतिशत बढ़ोतरी की जाएगी। जिससे गत वर्ष की कुल 13607 सीटों की तुलना में इस वर्ष 23 आईआईटी संस्थानों बीटेक व बीआर्क व ड्यूल डिग्री प्रोग्राम में सीटों की संख्या 14500 से अधिक हो सकती है। अर्थात 1000 सीटें बढऩे से कटऑफ में गिरावट आएगी। जिससे परीक्षार्थियों को आईआईटी में पहुंचने का सुनहरा मौका मिलेगा। साथ ही, कोविड-19 महामारी के कारण इस वर्ष 12वीं बोर्ड में समान्य वर्ग के लिए न्यूनतम 75 प्रतिशत व रिजर्व केटेगरी के लिए 65 प्रतिशत अंक अथवा बोर्ड के टॉप-20 परसेंटाइल में आने की बाध्यता नहीं होने से जेईई-एडवांस्ड-2020 में अच्छा प्रदर्शन करने वालों को पसंदीदा आईआईटी में प्रवेश मिल सकता है।
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