कृषि कानून के विरोध में किसान रोकेंगे ट्रेन
कृषि कानून को वापस लेने व एमएसपी की गारंटी के लिए संसद में कानून बनाने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के 18 फरवरी को देशव्यापी रेल रोको आह्वान पर कोटा संभाग में भी किसान ट्रेन रोकेंगे।

कोटा. कृषि कानून को वापस लेने व एमएसपी की गारंटी के लिए संसद में कानून बनाने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के 18 फरवरी को देशव्यापी रेल रोको आह्वान पर कोटा संभाग में भी किसान ट्रेन रोकेंगे।
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अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के फतहचंद बागला व दुलीचंद बोरदा ने बताया कि कृषि कानून के विरोध में देशभर के करीब 500 संगठनों के संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कोटा संभाग में दोपहर 12 से 4 बजे तक ट्रेनें रोकी जाएंगी। यह फैसला कलक्ट्रेट के बाहर धरना स्थल पर कोर कमेटी की बैठक में लिया गया। आन्दोलन की रूपरेखा तय करने के लिए सभी किसान नेताओं व सहयोगी संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की जाएगी। समिति के नन्दलाल धाकड़ व हमीद गौड़ ने बताया कि बैठक में 14 फरवरी को किसान आन्दोलन के शहीद किसानों को कैंडल मार्च निकालकर श्रद्धांजलि दी जाएगी। 16 फरवरी को किसान नेता छोटूराम चौधरी की जयंती पर किसान एकजुटता दिवस मनाएंगे।
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62वें दिन भी जारी रहा धरना
समिति की ओर से कलक्ट्रेट के बाहर धरना शुक्रवार को 62वें दिन भी जारी रहा। धरने में रंगपुर, रोटेदा, भदाना, कालातालाब व तीरथ के किसानों ने भाग लिया। किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट भी किसान नेताओं के साथ धरना स्थल पहुंचे और कार्यकर्ताओं को सम्बोधित किया।
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