शाम होते ही बच्चे, बूढ़े, जवान ही नहीं महिलाएं भी सजधज कर आकर्षक परिधानों में तैयार हुई और धन सम्पदा की देवी माता लक्ष्मी को मनाने में जुट गए। घरों और प्रतिष्ठानों से आरती करने की स्वर लहरियां सुनाई देने लगी। सभी माता लक्ष्मी को अपने घर, प्रतिष्ठानों में बुलाने को आतुर दिखाई दिए। मिष्ठान का भोग लगाकर मां लक्ष्मी का आह्वान किया गया। इसके बाद आतिशबाजी चलाकर खुशियां मनाने का दौर शुरू हो गया।
देर रात तक जारी रही आतिशबाजी
लोगों ने देर रात तक जमकर आतिशबाजी का प्रदर्शन किया। युवाओं की पसंद तेज आवाज वाले बम रहे। वहीं, युवतियों ने अनार व चकरी तो बच्चों ने फुलझड़ी चलाकर खुशियां मनाई। देर रात तक धूम-धडा़के की आवाज वातावरण को गुंजायमान करती रही। आधुनिक आतिशबाजी से सतरंगी नजारे दीपावली की खुशियों में चार चांद लगा रहे थे। पर्व मनाने के लिए लोगों ने अपने घरों और प्रतिष्ठानों को बेहतरीन तरीके से सजाया हुआ था।
लोगों ने देर रात तक जमकर आतिशबाजी का प्रदर्शन किया। युवाओं की पसंद तेज आवाज वाले बम रहे। वहीं, युवतियों ने अनार व चकरी तो बच्चों ने फुलझड़ी चलाकर खुशियां मनाई। देर रात तक धूम-धडा़के की आवाज वातावरण को गुंजायमान करती रही। आधुनिक आतिशबाजी से सतरंगी नजारे दीपावली की खुशियों में चार चांद लगा रहे थे। पर्व मनाने के लिए लोगों ने अपने घरों और प्रतिष्ठानों को बेहतरीन तरीके से सजाया हुआ था।
धूम-धड़ाके में धुआं हुए करोड़ों
शहर में करोड़ों की धनराशि आतिशबाजी पर उड़ गई। आतिशबाजी के शौकीनों ने जेब की कोई परवाह नहीं की। आकाश में तेज आवाज के साथ आतिशबाजी के रंगीन नजारे बिखेरने वाले पटाखे खूब चलाए।
बधाई और सुझाव का दौर चला
लोगों ने सोशल मीडिया पर पर्व की एक-दूसरे को बधाई दी।
साथ ही उन्हें पटाखे जलाते समय सुरक्षा रखने की सीख भी दी।
शहर में करोड़ों की धनराशि आतिशबाजी पर उड़ गई। आतिशबाजी के शौकीनों ने जेब की कोई परवाह नहीं की। आकाश में तेज आवाज के साथ आतिशबाजी के रंगीन नजारे बिखेरने वाले पटाखे खूब चलाए।
बधाई और सुझाव का दौर चला
लोगों ने सोशल मीडिया पर पर्व की एक-दूसरे को बधाई दी।
साथ ही उन्हें पटाखे जलाते समय सुरक्षा रखने की सीख भी दी।
पटाखे फोड़ते समय रखें ध्यान
पटाखों को आग और ज्वलनशील पदार्थ से दूर रखें।
छोटे बच्चों को पटाखे निगरानी में ही चलाने दें।
पानी की बाल्टी और फायर ब्लेंकेट तैयार रखें।
जलाए हुए पटाखों को पानी की बाल्टी में ही डालें।
पटाखे जलाते समय सुरक्षित दूरी पर खड़े रहें।
पटाखे बंद बॉक्स या मटके में रखकर नहीं चलाएं।
एेसा नहीं करें
भीड़भाड़ वाले स्थानों, संकरी गलियों या घर में पटाखे नहीं जलाएं।
जेब में पटाखे नहीं रखें।
दूसरों पर पटाखे नहीं फेंकें।
अधूरे जले पटाखों का निरीक्षण नहीं करें, उन्हें छोड़ दें।
हाथों में पटाखे नहीं जलाएं।
वाहनों के आस-पास पटाखे नहीं जलाएं।
ढीले और लम्बे कपड़े पहनने से बचें, क्योंकि ये जल्दी आग पकड़ते हैं।
ज्यादा शोर पैदा करने वाले पटाखों से बचें, क्योंकि ये ध्वनि प्रदूषण करते हैं। कानों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
भीड़भाड़ वाले स्थानों, संकरी गलियों या घर में पटाखे नहीं जलाएं।
जेब में पटाखे नहीं रखें।
दूसरों पर पटाखे नहीं फेंकें।
अधूरे जले पटाखों का निरीक्षण नहीं करें, उन्हें छोड़ दें।
हाथों में पटाखे नहीं जलाएं।
वाहनों के आस-पास पटाखे नहीं जलाएं।
ढीले और लम्बे कपड़े पहनने से बचें, क्योंकि ये जल्दी आग पकड़ते हैं।
ज्यादा शोर पैदा करने वाले पटाखों से बचें, क्योंकि ये ध्वनि प्रदूषण करते हैं। कानों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।