यह भी पढ़ें
Big News: कोटा यूआईटी ने सरकार को किया गुमराह, करोड़ों की जमीन पर बसा दी अवैध कॉलोनी
पार्क के कार्यों की शनिवार को कोटा बूंदी सांसद ओम बिरला ने सर्किट हाउस में वन विभाग एवं नगर विकास न्यास के अधिकारियों के साथ बैठक कर समीक्षा की तो ये जानकारी सामने आई। सांसद ने वन्यजीव उपवन संरक्षक सुनील चिद्री से योजना की संपूर्ण जानकारी भी ली।
यह भी पढ़ें
OMG: थैलेसीमिया पीडि़त किशोर एचआईवी पॉजिटिव, कोटा के ब्लड बैंक जांच के घेरे में
चिन्द्री ने बताया कि पार्क के साथ अभेडा महल को भी जोड़ेंगे ताकि पर्यटक वन्यजीवों के साथ-साथ ऐतिहासिक इमारत का भी आंनद उठा सकें। वहीं करणी माता मंदिर से अलग बाईपास का निर्माण करवाया जाएगा। सांसद बिरला ने कहा पार्क बनने और मुकुन्दरा टाइगर रिजर्व शुरू होने के बाद कोटा में पर्यटन बढ़ेगा।
यह भी पढ़ें
मां की आंखों से बहे आंसू, बोलीं- मेरे बेटे को चढ़ाया एचआईवी संक्रमित खून, जिंदगी बर्बाद कर दी मेरे लाल की
तीन दशक से इंतजार
गौरतलब है कि अभेड़ा बॉयोलोजिकल पार्क की योजना 30 वर्षों से कागजों में थी। कुछ माह पहले सीजेडए ने पार्क व ट्रेंचिंग ग्राउण्ड के मध्य 400 मीटर की ग्रीन वाल निर्माण कराने की शर्त पर पार्क के निर्माण की अनुमति दी है। यहां 10 हजार पौधे लगाए जा रहे हैं। पूर्व में मिले बजट से पार्क की करीब आधी चारदीवारी बनाई जा चुकी है।
यह भी पढ़ें
Good News: आखिरकार पटरी पर आ ही गई ट्रॉय ट्रेन, आज से चंबल गार्डन में होगा सफर शुरू
बड़ा सवाल अतिक्रमण का क्या होगा
पार्क की जमीन पर कुछ हिस्से में अतिक्रमण है। वन विभाग ने एक बार इन्हें हटाने की कोशिश भी की थी, लेकिन सफलता नहीं मिली। वन विभाग को पार्क की चारदीवारी की राह को ही मोडऩा पड़ा था। समस्या अब भी बनी हुई है।
यह भी पढ़ें
तैयार रहिए, कोटा जंक्शन पर कुछ ही घंटों में शुरू होगा एस्केलेटर, अब प्लेटफॉर्म बदलने के लिए नहीं चढऩी पड़ेगी सीडियां
20 करोड़ स्वीकृत
उप वनसंरक्षक वन्यजीव सुनील चिद्री ने बताया कि बॉयोलॉजिकल पार्क का निर्माण 40 करोड़ की लागत से दो चरणों में होगा, 20 करोड़ स्वीकृत हो गए हैं। इसमें वन्यजीवों के लिए 44 एन्क्लोजर बनाए जाएंगे।