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Dharm samaaj : आसमां में होगा घमासान और गूंजेगा ये काटा वो काटा का शोर

locationकोटाPublished: Jan 13, 2022 11:53:53 pm

Submitted by:

Hemant Sharma

Dharm samaaj : कोटा. मकर संक्रांति शुक्रवार को मनाई जाएगी। इस मौके पर विभिन्न आयोजन होंगे। भगवान को गुड़ तिल का भोग लगाया जाएगा। दानपुण्य किए जाएंगे। बहन बेटियों को आमंत्रित किया जाएगा। छत, मैदानों पर विशेष रौनक नजर आएगी।आसमां में पतंगों का घमासान होगा। ये काटा वो काटा का शोर गूंजेगा।

makar sankranti -2022

Dharm samaaj : आसमां में होगा घमासान और गूंजेगा ये काटा वो काटा का शोर

Dharm samaaj : कोटा. मकर संक्रांति शुक्रवार को मनाई जाएगी। इस मौके पर विभिन्न आयोजन होंगे। भगवान को गुड़ तिल का भोग लगाया जाएगा। दानपुण्य किए जाएंगे। बहन बेटियों को आमंत्रित किया जाएगा। छत, मैदानों पर विशेष रौनक नजर आएगी। युवा व बच्चे पतंगें उड़ाते नजर आएंगे। इससे पहले गुरुवार को बच्चे, महिलाएं व युवा मकर संक्रांति की तैयारियों में व्यस्त नजर आए। बाजारों में जमकर खरीदारी हुई। महिलाओं ने सुहाग के प्रतीक व संक्रांति पर दिए जाने वाले उपहार खरीदे। गुड़ तिल की दुकानों पर भी भीड़ नजर आई।
सुबह से शाम तक दानपुण्य

मकर संक्रांति पर सुबह से शाम तक दानपुण्य किए जा सकेंगे। ज्योतिषाचार्य शिव प्रकाश दाधीच के अनुसार शुक्रवार को दोपहर 2.28 बजे सूर्य देव धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। जब मकर संक्रांति सूर्यास्त से पूर्व लगे तो पहले के 8 घंटे पुण्यकाल माना जाता है। इस आधार पर सूर्योदय के बाद 7.24 बजे से ही पुण्य काल प्रारंभ हो जाएगा, जो शाम को 5.50 बजे सूर्यास्त तक रहेगा।
इस बार भी भंडारे नहीं

शहर में मकर संक्रांति पर विभिन्न संस्था व संगठनों की ओर से जगह जगह भंडारों के आयोजन किए जाते हैं। इस वर्ष भी श्रद्धालुओं को भंडारों में प्रसादी प्राप्त करने का अवसर नहीं मिलेगा। कोरोना गाइड लाइन की पालना करते हुए लोगों ने भंडारों के आयोजनों को टाल दिया है।
जगह जगह सजी दुकानें

नए पुराने कोटा क्षेत्र में बाजारों में जगह जगह पतंगों की दुकानें सजी। चांद सितारा, झालर, सतरंगी, चौरंगी, समेत विभिन्न डिजाइनों की पतंगों की भरमार है। मांझे की भी विभिन्न वैरायटी मिल रही है। दुकानों पर जमकर भीड़ रही। बच्चे, युवा पतंगें खरीदने पहुंचे। उन्होंने अपनी पसंद के अनुसार पतंगें खरीदी। दुकानदारों के मुताबिक, कोरोना के कारण पहले जैसी बात नहीं है। पहले तो दिसम्बर के अंतिम सप्ताह से खरीदारी शुरू हो जाती थी। संक्रांति पर तो फुर्सत नहीं मिलती थी।
गुड़ व तिल के व्यंजनों से मिठास

मकर संक्रांति पर गुड़ व तिल के व्यंजनों से मिठास घुलेगी। कहीं सेहतमंद गुड़ व तिल के लड्डू, कहीं पापड़ और कहीं तिल पट्टी का भगवान को भोग लगाया जाएगा। गुरुवार को बाजारों में तिल के लड्डू, गुड़ तिल की दुकानों पर जमकर खरीदारी हुई। लोगों ने लड्डू, रेवड़ी, तिलपट्टी, गजक, मावा बाटी इत्यादि खरीदी।
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