किसी को बैसाखी, किसी को श्रवण यंत्र और किसी को साइकिल मिली। इससे इनके जीवन का सफर सुहाना हो गया। वे अब अपने पैरों पर चल सकेंगे तो अपना कार्य खुद अपने हाथों से कर सकेंगे। इससे दिव्यांगों के चेहरे पर रोनक छा गई। कहीं आने जाने में भी किसी का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
क्लब के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने बताया कि पांच दिवसीय शिविर का समापन 27 फरवरी को होगा। इस दौरान 3000 दिव्यांगों को लाभान्वित किया जाएगा।हर दिन 600 लोगों को लाभान्वित करने का लक्ष्य तय किया गया है। इससे पहले शिविर का उद्घाटन मध्यप्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम रहे।
अध्यक्षता यूक्रेन के राजदूत हर्ष जैन ने की। राजस्थान खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड जयपुर के उपाध्यक्ष पंकज मेहता,समाज सेवी प्रसन्ना भण्डारी, रोटरी क्लब के प्रवीण भंडारी निदेशक, प्रचार प्रसार समन्वयक संजय गोयल, सचिव अंकित अग्रवाल वअन्य पदाधिकारी उपिस्थत रहे।
सहायता के रूप में आत्मबल शिविर में मुख्य अतिथि गौतम ने कहा कि दिव्यांग को दिए जाने वाले उपकरण उनके आत्मबल को बढ़ाते हैं। इससे उसका हौसला, जज्बा और कार्यक्षमता बढ़ जाती है। दिव्यांग खुद को कभी कमजोर न समझे। दिव्यांग पैरालंपिक से लेकर हर क्षेत्र में अपनी ताकत दिखा रहे हैं। विशिष्ट अतिथि पंकज मेहता ने कहा कि दिव्यांग कभी हताशा का कारण नहीं हो सकता।वह अपने आप पर भरौसा रखे।
ये उपकरण किए वितरित शिविर में 2150 रजिस्ट्रेशन हुए है । मौके पर भी पंजीयन किया जा रहा है। कृत्रिम हाथ, कृत्रिम पैर, जयपुर फुट, कैलीपर्स, बैसाखियां, व्हील चेयर, श्रवण यंत्र (डिजिटल हियरिंग एड), ट्राइसाईकिल वितरित की।