इस मामले में जब ट्रांसपोर्टर ने फर्म के संबंधित थाने महावीर नगर में फरियाद की तो उसे रिपोर्ट लिखाने के लिए बूंदी भेजा गया। बूंदी में भी पुलिस ने उसे चोरी की लोकेशन वाले थाने में FIR दर्ज कराने की बात कह टाल दिया। इसके बाद जब वह झारखंड के हजारी बाग में GPRS की लास्ट ट्रेस लोकेशन पर पहुंचेत तो संबंधित थाना क्षेत्र के थाना अधिकारी ने भी मामला दर्ज करने से मना कर दिया। इस मामले में ट्रांसपोर्टर अभी हजारी बाग जिला पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचे और अपनी पर बात रखी। ट्रांसपोर्टर अशोक जैन ने बताया कि इस मामले में वह जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव व आईजी आनंद श्रीवास्तव के कार्यालय भी गए थे लेकिन दोनों ही अधिकारी पुलिस भर्ती में व्यस्त होने के कारण व अधीनस्थ अधिकारियों को ज्ञापन देकर आए थे। लेकिन इसके बावजूद पुलिस इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही ऐसे में ट्रांसपोर्टर उसके परिजन खासे परेशान हैं।