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ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना है तो पहले लेकर आओ फर्स्ट एड की ट्रेनिंग

locationकोटाPublished: May 08, 2019 12:16:27 pm

Submitted by:

​Vineet singh

रोड एक्सीडेंट के दौरान कैजुअल्टी कम करने की कोशिश में जुटे परिवहन मंत्रालय ने अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण लेना अनिवार्य कर दिया है। रेडक्रास सोसाइटी या फिर ड्राइविंग स्कूल से फर्स्ट एड की ट्रेनिंग लेने के बाद ही आरटीओ ड्राइविंग लाइसेंस बना सकेगा।

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कोटा.
प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण लिए बिना अब ड्राइविंग लाइसेंस हासिल नहीं किया जा सकेगा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय और राजस्थान परिवाहन आयुक्त के आदेश के बाद अब वाहन चालकों के लिए अब फस्र्ट एड सर्टिफिकेट अनिवार्य कर दिया गया है। प्रशिक्षण की जिम्मेदारी रेडक्रास सोसाइटी और ड्राइविंग स्कूलों को दी गई है। यदि किसी चालक ने रेडक्रास सोसाइटी से इस बाबत सर्टिफिकेट हासिल किया है तो उसे ड्राइविंग स्कूल के चक्कर लगाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।
इसलिए लेना पड़ा फैसला

वर्ष 2016 में देश भर में 4,80,652 सड़क हादसे हुए। जिनमें 1,50,785 लोगों की मौत हो गई। जबकि 4,94,624 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने जब घटनाओं की गंभीरता से जांच कराई तो पता चला कि वाहन चालकों को प्राथमिक चिकित्सा की कोई जानकारी ही नहीं थी। यदि प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण दिया गया होता तो 40 फीसदी लोगों की जान आसानी से बचाई जा सकती थी। इसी साल मंत्रालय ने बस और ट्रक जैसे व्यवसायिक वाहनों के परिचलन के लिए बनने वाले ड्राइविंग लाइसेंस में प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण अनिवार्य कर दिया।
दो साल बाद जागा राजस्थान

केंद्र सरकार की ओर से आदेश जारी होने के दो साल बाद भी परिवहन विभाग के आला अफसर इस बाबत कोई फैसला लेने से कतराते रहे। आखिरकार13 अप्रेल 2018 को परिवहन आयुक्त शैलेंद्र अग्रवाल ने मोटर ड्राइविंग स्कूल नियंत्रण एवं विनियम स्कीम जारी कर दो पहिया वाहन चालकों से लेकर चौपहिया और ट्रक बस जैसे व्यवसायिक वाहन चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करने के लिए इस शर्त को अनिवार्य करने के आदेश जारी कर दिए। बावजूद इसके साल भर बाद भी इनकी सख्ती से पालना नहीं हो सकी। हाल ही में जब केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने इस बाबत रिपोर्ट मांगी तो इस लापरवाही का खुलासा हुआ।
3000 लोगों ने लिया प्रशिक्षण

केंद्र और राज्य की ओर से आदेश जारी होने के बाद कोटा रेडक्रास सोसाइटी ने वाहन चालकों एवं परिचालकों के लिए अनिवार्य किए गए प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण की शुरुआत कर दी। एमडीएसआर 2018 के क्लाज संख्या 6(आई)(क) के बिंदु संख्या पांच पर प्राथमिक चिकित्सा को अनिवार्य करने का प्रावधान दिया गया है। जिसके मुताबिक कोटा रेडक्रास सोसाइटी प्राथमिक चिकित्सा का परिचय और जरूरतें, शरीर की संरचना एवं कार्य, ड्रेसिंग और पट्टी करना, रक्त संचार, जख्म और रक्त श्राव, विशिष्ट क्षेत्रों में रक्त श्राव, आघात, श्वसन, हड्डियों में चोट, बर्निंग स्केल्स, अवचेतन और जहरखुरानी जैसी घटनाओं के दौरान हताहतों को दी जाने वाली प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन रेडक्रास भवन पर किया जाता है। जहां हर रोज छह-छह घंटे की ट्रेनिंग क्लास लगाई जाती हैं। प्रशिक्षुओं को एक महीने बाद ही ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया जाता है।
एक महीने में सर्टिफिकेट

रेडक्रास सोसाइटी कोटा के चेयरमैन राजेश कृष्ण बिड़ला सरकार ने ड्राइविंग लाइसेंस और कंडक्टर लाइसेंस बनवाने के लिए प्राथमिक चिकित्सा के प्रशिक्षण को अनिवार्य कर दिया है। प्रशिक्षण के लिए रेडक्रास सोसाइटी को अधिक्रत किया गया है। कोटा रेडक्रास सोसाइटी अभी तक तीन हजार वाहन चालकों को प्रशिक्षण देकर फस्र्ट एड सर्टिफिकेट जारी कर चुका है। रेडक्रास के सर्टिफिकेट लेने के बाद मोटर ट्रेनिंग स्कूल से इस बाबत अलग से प्रशिक्षण लेने की आवश्यक्ता नहीं है।
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