
Dussehra Fair farewell memorable with Grand fireworks organized by rajasthan patrika
कोटा. राजस्थान पत्रिका ने 126वें दशहरा मेले की विदाई को यादगार बना दिया। रजत सिटीग्रुप के सहयोग के दशहरा मेले के आखिरी दिन भव्य आतिशबाजी का आयोजन हुआ। दर्शक अपलक इलेक्ट्रॉनिक पायरो डिजिटलाइज आतिशबाजी के नजारों को निहारते रहे। एक आसमानी कलाबाजी के खत्म होते ही दूसरी ऐसे शुरू होती कि दर्शक अचंभित हो तालियां बजा उठते।
दर्शकों से दशहरा मैदान ठसाठस भरा था। दूर-दूर तक लोग छतों पर चढ़कर आतिशी नजारों का लुत्फ उठा रहे थे। दशहरा मेला की विदाई को यादगार बनाने के लिए राजस्थान पत्रिका ने रजत सिटी ग्रुप के सहयोग से गुरुवार रात को दशहरा मैदान में भव्य आतिशबाजी का आयोजन किया। राजू श्रीवास्तव के हास्य की फुलझडिय़ों से सराबोर विजयश्री रंगमंच जैसे ही विदाई लिए उठा आसमान में एक के बाद एक रंगबिरंगे आतिशी नजारे तैर उठे, जिन्हें देख हर कोई जहां था वहीं ठहर गया।
राजस्थान पत्रिका की ओर से आयोजित की जा रही आतिशबाजी की इस परम्परा को भव्य और यादगार बनाने के लिए जयपुर के मशहूर शोरगर आबिद खान डिजिटलाइज आतिबाजी करने कोटा पहुंचे थे। आयोजन की शुरुआत आतिशबाजी देखने आए हजारों दर्शकों का 21 हवाई तोपों की सलामी से स्वागत करके की गई। इसके बाद लाल व हरे रंग की रोशनी से तैयार किए गए राजस्थान पत्रिका के लोगो की जगमगाहट ने दशहरा मैदान को रोशनी से भर डाला। रजट सिटी ग्रुप के चेयरमैन डॉ. रजत अरोड़ा, सीईओ जुल्फीकार पठान, राजस्थन पत्रिका कोटा के सहायक महाप्रबंधक अजय सामर, सम्पादकीय प्रभारी राजेश त्रिपाठी मौजूद थे। संचालन गोपाल सोनी ने किया।
थंडरवर्ड ने दहलाया
आकाश में बनते खजूर के पेड़, आसमान छूने को उतावले रॉकेट, फोनेक्स टेल, ऑक्टोपसी, आतिशी झरने, आकाशीय आतिशी मेला, पन चरख, सावनभादों, 250 हवाई आतिशबाजी वाला मेजिक बेरल, आसमानी धमाकों से भरी वल्र्ड वॉर, आसमान में गुलाबी रंग के फूल बनाती लेवंडर लाइट, जमीन से आकाश में आवाज करते हुए जाते राकेट और फिर आसमान से उतरते पेराशूट झाड़ और आसमान में धमाल मचाते छोटी-छोटी 20 हवाइयां के आइटम ओलंपिक घूम के आतिशी फन ने ऐसी धूम मचाई कि शहर के हर कोनों से आतिशबाजी का नजारा देख रहे कोटावासी इस आतिशी फन पर फना ही हो गए।
पायरो क्रेकर्स ने मोहा मन
आतिशीबाजी के भव्य आयोजन के दौरान अलग-अलग रंग और और डिजाइन की हवाई आतिशबाजी छोड़ी गई तो हर कोई रोमांचित हो उठा। डिजिटल पायरो आतिशबाजी का अगला बड़ा आकर्षण माइन्स अटैक आतिशबाजी रही। जिसमें जमीन से आसमान में कई निशानों को एक ही शॉट में भेदते हुए रंगीन रौशनी की छटा बिखरती नजर आई। जिससे पूरा आकाश सतंरगी अशर्फियों से भर उठा। इसके बाद हुआ सबसे खास आयोजन, डिजिटल थंडर और वर्डवॉर आतिशबाजी का। जिसमें एक के बाद एक आसमान में फूटती लाल, हरे और पीले आतिशी फव्वारों से नहा गया। मैदान में मौजूद बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक अपलक इन नजारों को निहारते ही रह गए।
हल्क द पॉवर ने बढ़ाया रोमांच
आतिशी नजारों की शुरुआत होने के बाद दर्शक अपलक इन्हें देखते रह गए। कभी आकाश में जाकर तेज आवाज व रोशनी के साथ सोने जैसी अशर्फियों की बरसात होती, तो कभी जमीन से लेकर आसमान तक परपल लाइन बनाते हुए आसमान में विलीन होने वाली आतिशबाजी मन मोह लेती। इतना ही नहीं गोल्डन माइन्स के जरिए आसमान में सुनहरे गुच्छे बनाते हुए तेज रोशनी करने वाली आतिशबाजी के साथ-साथ जब हल्क की पॉवर दिखाई दी तो दर्शकों का रोमांच सातवें आसमान पर पहुंच गया। हरे रंग की इस आतिशबाजी चलाते समय छोटी दिखाई दे रही थी, लेकिन जैसे-जैसे आसमान की ऊंचाइयों को छूती जाती है रंग भरी बड़ी आकृतियां बनती जाती हैं। मानो दशहरा मैदान के आकाश पर हल्क खुद अपनी मौजूदगी दर्ज कराने को उतावला हो बैठा हो।
Published on:
25 Oct 2019 02:27 am
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