मृतक के भाई गोविंद सिंह का आरोप है कि बहादुर सिंह (60) 3 मार्च को पीएचसी बालूहेड़ा पर कोविड वैक्सीन की पहली डोज लगाने गया था। उसे दोपहर एक बजे वैक्सीन लगाई गई। दोपहर 1.30 बजे तक उसे निगरानी में रखा। घर पर आने के बाद शाम को उसे चक्कर आए तो वे सो गए। सुबह चाय पी। उसके बाद फिर चक्कर आए और गश खाकर गिर गए, फिर नहीं उठे। परिजन उन्हें कैथून सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर गए। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उन्हें किसी तरह की कोई बीमारी नहीं थी।
देवलीमांझी एसएचओ रामवतार शर्मा ने बताया कि परिजनों की सूचना पर वे मौके पर पहुंचे। घटनास्थल का मुआयना किया। उसके बाद एमबीएस अस्पताल में मृतक का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया। इधर, सीएमएचओ डॉ. बीएस तंवर का कहना है कि मामले में एईएफआई सर्विलेंस सिस्टम के अन्तर्गत एईएफआई कमेटी की 15 डॉक्टरों की आपात बैठक बुलाई। जिसमें ऑडिट करवाई है। हालांकि प्रथम दृष्टयता कोविड वैक्सीन से मौत का कारण सामने नहीं आया है। स्ट्रोक या हार्ट अटैक से मौत की आशंका है। मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाया है। विसरा रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।