एसीबी निरीक्षक विवेक सोनी ने बताया कि कंसुआ चौराहा स्थित राघव सिक्योरिटी एजेंसी के संचालक गोबरीलाल मीणा ने मंगलवार को एसीबी चौकी में शिकायत दी कि पीएफ कार्यालय के प्रवर्तन अधिकारी नलिन भट्ट (55) व सुरेश सैनी 4 दिन पहले कार्यालय आए थे। जहां उन्होंने कहा कि एजेंसी द्वारा सुरक्षा गार्डोंं का दो माह का पीएफ बकाया है। उन्होंने रिकॉर्ड व दस्तावेजों की जांच की। जांच के बाद 30 हजार रुपए पेनल्टी जमा कराने के लिए कहा।
साथ ही एजेंसी का लाइसेंस निरस्त नहीं होने देने की एवज में 50 हजार रुपए की मांग की। बाद में 25 हजार रुपए में सौदा तय हुआ। सत्यापन में शिकायत सही मिली। अधिकारियों ने रुपयों का इंतजाम होने पर फोन करने को कहा। गोबरीलाल ने रुपयों का इंतजाम होने पर दोनों को फोन किया तो प्रवर्तन अधिकारियों ने कहा कि वे एजेंसी पर ही आ रहे हैं। इस पर एसीबी ने ट्रेप की योजना बनाई। दोनों प्रवर्तन अधिकारी सिक्योरिटी एजेंसी के ऑफिस आए।
उन्होंने कुछ देर बात की और दस्तावेज देखने के बाद नलिन भट्ट ने परिवादी से 25 हजार रुपए लेकर जेब में रख लिए। बाद वे जाने लगे तो इशारा मिलते ही एसीबी ने दोनों को पकड़ लिया। रिश्वत की राशि 25 हजार नलिन की जेब से बरामद हुई। एसीबी ने दोनों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। उन्हें गुरुवार को अदालत में पेश किया जाएगा। एसीबी निरीक्षक सोनी ने बताया कि इस संबंध में विभाग के उच्चाधिकारियों से भी पूछताछ की जाएग़्ाी।